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राजस्थान के इस जिले के लिए आई बड़ी खुशखबरी, 4700 करोड़ रुपए की लागत से पेयजल संकट होगा दूर

Rajasthan Good News: अजमेर जिले के श्रीनगर घाटी में 4700 करोड़ रुपए की लागत से मोरसागर रिजर्वायर का निर्माण शुरू होने वाला है। पौने 3 साल में पूरा होने वाले इस प्रोजेक्ट से जिले और आस-पास के क्षेत्र में पेयजल संकट दूर होगा।

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फोटो: पत्रिका

Morsagar Reservoir Built In Srinagar Valley: अजमेर जिले में पेयजल संकट को दूर करने के लिए बीसलपुर बांध के पानी के स्टोरेज के लिए श्रीनगर घाटी में रिजर्वायर मोरसागर का निर्माण कार्य जल्द शुरू होगा। करीब 4700 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले मोरसागर निर्माण का वर्क ऑर्डर जारी कर दिया गया है।

जल संसाधन मंत्री सुरेश सिंह रावत ने इस संबंध में बताया कि पानी की समस्या से अजमेर जिला वर्षों से जूझ रहा है। गर्मी में सब जगह के हाल बेहाल हो जाते हैं। कई बार बीसलपुर की लाइनें बदलीं लेकिन बढ़ती आबादी के चलते पानी की वैकल्पिक व्यवस्था की जरूरत पड़ी है।

इसके लिए अब रिजर्वायर मोरसागर के नाम से श्रीनगर की पहाड़ियों में बनेगी। इसकी लागत करीब 4 हजार 700 करोड़ रुपए आएगी। इसका वर्क ऑर्डर भी दे दिया। नियत समय में पौने तीन साल में कार्य पूर्ण करेंगे। एक बार बीसलपुर के पानी से भरने के बाद दो साल तक पूरे अजमेर जिले के गांव-कस्बे ही नहीं ब्यावर जिले में भी पानी की दिक्कत नहीं आएगी।

मुख्यमंत्री ने दिया तोहफा

रावत ने कहा कि राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने मोरसागर रिजर्वायर का तोहफा अजमेर की जनता को दिया है। इससे कोई भी तालाब, बांध खाली नहीं रहेगा। वर्तमान में अजमेर के आसपास बीर का तालाब, वरूण सागर सब भरकर ओवर फ्लो हो गए हैं। कायड़ तालाब व अजमेर के बांध भरे हुए हैं।

डीपीआर में पुष्कर सरोवर भी जुड़ेगा

जल संसाधन मंत्री रावत ने कहा कि इसके बाद पुष्कर सरोवर डीपीआर में जोड़ेंगे। ताकि बारिश में यह भरे रहें।

पूर्व में मुहामी-लाडपुरा के पास था प्रस्तावित

मोरसागर रिजर्वायर के लिए पूर्व में मुहामी लाडपुरा के आसपास के क्षेत्र को चुना गया था लेकिन ग्रामीणों की फसलें खराब होने, जमीनें डूब क्षेत्र में आने से विरोध के स्वर भी गूंजने लगे थे। लेकिन अब मोर सागर के लिए श्रीनगर घाटी को चुनने से राहत मिलेगी। वहीं श्रीनगर का पहाड़ी क्षेत्र व घाटी के चलते पानी संग्रहण भी आसान होगा।


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