
अलवर जिले में जारी मत्स्य उत्सव का दूसरा दिन सोमवार को सांस्कृतिक रंगों से सराबोर दिखाई दिया। सुबह महाराजा भर्तृहरि पैनोरमा परिसर में मेहंदी, रंगोली और पेंटिंग प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया, जिसमें विभिन्न स्कूलों के विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्ण भागीदारी दर्ज कराई। बच्चों ने अतुल्य अलवर और रंगीला अलवर की थीम पर आकर्षक रंगोली सजाकर स्थानीय संस्कृति, लोक परंपराओं और अलवर की खास पहचान को उकेरा। मेहंदी प्रतियोगिता में भी प्रतिभागियों ने रचनात्मकता का बेहतरीन प्रदर्शन किया।
पेंटिंग प्रतियोगिता में छात्रों ने प्रकृति, धरोहर और स्थानीय लोक कला के विविध आयामों को अपनी कल्पनाओं से कागज पर उतारा, जिसे उपस्थित दर्शकों और आयोजकों ने खूब सराहा। दोपहर बाद मंच पर महाराजा भर्तृहरि नाटक का मंचन भी होगा। इसमें दर्शकों को ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत से रूबरू जाएगा।
शाम होते ही उत्सव का रंग और गहराएगा। कंपनी बाग में लोकरंग शीर्षक से सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा, जिसमें स्थानीय कलाकार लोकगीत, लोकनृत्य और पारंपरिक संगीत की प्रस्तुतियों से माहौल को जीवंत करेंगे। मत्स्य उत्सव के दूसरे दिन अलवर की लोक-संस्कृति ने लोगों में इस उत्सव के प्रति नया उत्साह पैदा किया है।
Published on:
24 Nov 2025 01:03 pm
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