
मत्स्य विश्वविद्यालय में अध्ययनरत विद्यार्थियों को करीब एक साल बाद आंसर शीट मिली है। एडीएम सिटी बीना महावर ने जब विवि से आरटीआई के तहत कुछ बच्चों की आंसर शीट को लेकर जानकारी मांगी तो विवि प्रशासन ने उन्हें दो दिन बाद जवाब भेजा और इस दौरान ही आरटीआई से जानकारी मांगने वाले विद्यार्थियों के घर आंसर की भिजवा दी गई।
बताया जा रहा है कि सत्र 2023-24 के परिणाम आने के बाद स्टूडेंट्स ने करीब एक साल पहले आरटीआइ से आंसरशीट की मांग की थी। लेकिन विश्वविद्यालय ने आंसरशीट नहीं दी। प्रथम अपील में कुलपति ने भी एक नहीं सुनी। इसके बाद विद्यार्थी द्वितीय अपील में सूचना आयोग पहुंचे। वहां से 21 दिन में विश्वविद्यालय को आंसरशीट उपलब्ध कराने के आदेश 17 मार्च, 2025 को दिए। लेकिन विश्वविद्यालय ने आंसर शीट नहीं दी।
विश्वविद्यालय के कुलपति के खिलाफ राज्यपाल की ओर से बनाई गई कमेटी ने जांच शुरू की है। इस दौरान 25 अक्टूबर को कमेटी ने विवि से आंसरशीट को लेकर भी जवाब मांग लिया। इस दौरान जवाब दो दिन बाद भिजवाया गया और 27 अक्टूबर को छात्रों के घर ही उत्तरपुस्तिकाएं भिजवा दी।
राज्यपाल की ओर से गठित कमेटी ने सूचना मांगी तो विवि प्रशासन ने एक साल बाद विद्यार्थियों के घर पर आंसर शीट भेजी है। विवि प्रशासन स्टूडेंट्स के साथ खिलवाड़ करने में लगा है - सुमंत चावड़ा, छात्रनेता
Published on:
31 Oct 2025 12:07 pm
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