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FASTag Rules Change 15 November: 15 नवंबर से बदलेगा टोल देने का तरीका, अगर कर दी ये गलती तो टोल प्लाजा पर भरना होगा डबल अमाउंट

FASTag Rules Change 15 November: 15 नवंबर से टोल नियमों में बदलाव। अब बिना FASTag गाड़ियों को टोल पर देना होगा 25% ज्यादा चार्ज, जबकि कैश पेमेंट पर लगेगा दोगुना शुल्क। जानिए नया सिस्टम कैसे काम करेगा।

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भारत

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Rahul Yadav

Nov 12, 2025

FASTag Rules Change 15 November

FASTag Rules Change 15 November (Image: FASTagOfficial/X)

FASTag Rules Change 15 November: अगर आप गाड़ी चलाते हैं और अक्सर हाइवे पर सफर करते हैं तो ये खबर आपके काम की है। NHAI यानी नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने टोल पेमेंट से जुड़ा बड़ा अपडेट जारी किया है। 15 नवंबर से पूरे देश में टोल देने के नियम बदलने वाले हैं।सरल शब्दों में कहें तो अगर आपकी गाड़ी में FASTag नहीं है तो आपकी जेब ढीली होने वाली है।

क्या है FASTag का नया नियम?

दरअसल, अब टोल प्लाजा पर तीन तरीके से भुगतान किया जा सकेगा। पहला तरीका तो यह है कि FASTag से ही टोल टैक्स कट जाएगा। अगर किसी कारणवश FASTag से पेमेंट फेल हो जाता है तब आपके पास दो ही विकल्प बचते हैं। दूसरा ऑप्शन यह है कि आप कैश पेमेंट कर दो, हालांकि इसमें भारी नुकसान है क्योंकि कैश में आपको दोगुना टोल देना पड़ता है। जिसका सीधा असर आपकी जेब पर पड़ता है।

इसी से राहत देने के लिए सरकार 15 नवंबर से सिस्टम में बदलाव कर रही है। नया नियम यह है कि अब आपको टोल पर भुगतान के लिए तीसरा ऑप्शन भी मिलेगा। तीसरा ऑप्शन UPI पेमेंट सिस्टम है। अगर FASTag से पेमेंट फेल हो जाता है तो अब आप UPI यानि गूगल पे, फोन पे और पेटीएम जैसे प्लेटफॉर्म से भुगतान कर सकेंगे। इस प्रक्रिया में आपको दोगुना टोल नहीं देना पड़ेगा। हालांकि, अब आपको 1.25X गुना पेमेंट करना होगा। यानी बिना FASTag वाहनों को अब सामान्य दर से 25 प्रतिशत ज्यादा भुगतान करना होगा।

आसान उदाहरण से ऐसे समझिए

  • मान लीजिए, आपके वाहन का टोल 100 रुपये है।
  • अगर FASTag ठीक काम कर रहा है तब 100 रुपये ही लगेंगे।
  • अगर FASTag फेल है और आप UPI से पेमेंट करते हैं तब 125 रुपये देने होंगे।
  • अगर FASTag फेल है और आप कैश से देते हैं तब 200 रुपये चुकाने होंगे।

क्यों बदले जा रहे हैं नियम?

सरकार का फोकस कैशलेश व्यवस्था को खत्म करके डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देना है।NHAI के आंकड़े बताते हैं कि अभी 98 प्रतिशत टोल पेमेंट FASTag के जरिए ही हो रहे हैं। लेकिन कुछ वाहन ऐसे हैं जो आज भी कैश से भुगतान करते हैं। इन्हीं को डिजिटल सिस्टम की तरफ लाने के लिए ये बदलाव किया जा रहा है।

कब से लागू होंगे नए नियम?

NHAI ने इस नियम को 15 नवंबर 2025 से पूरे देश में लागू करने की घोषणा की है। कई टोल प्लाजा पर QR कोड स्कैन करके UPI पेमेंट की सुविधा पहले ही टेस्ट की जा चुकी है। अब धीरे-धीरे इसे सभी राज्यों के टोल बूथ पर लागू किया जाएगा।

पुराने FASTag यूजर्स को क्या करना होगा?

अगर आपका FASTag पुराना है या कई महीनों से इस्तेमाल नहीं हुआ है तो जरूरी है कि आप उसका KYC दोबारा से चेक कर लें, क्योंकि NHAI ने साफ किया है अधूरी KYC वाले टैग ब्लॉक हो जाएंगे। MyFASTag ऐप या बैंक की वेबसाइट पर जाकर आप अपना KYC स्टेटस आसानी से चेक कर सकते हैं।

अगर FASTag नहीं है तो क्या करें?

अगर आपके पास FASTag नहीं है तो परेशान होने की जरूरत नहीं है। आप किसी भी अधिकृत बैंक, Paytm, Amazon Pay या PhonePe जैसे प्लेटफॉर्म से नया FASTag खरीद सकते हैं। बस अपने वाहन का नंबर डालिए, मोबाइल पर आने वाला OTP दर्ज कीजिए और आपका FASTag तुरंत एक्टिव हो जाएगा। रिचार्ज करना भी आसान है, मोबाइल ऐप से कुछ सेकंड में बैलेंस ऐड सकते हैं।

NHAI ने क्या कहा?

सरकार की ओर से जारी प्रेस रिलीज में बताया गया है कि देश में 8 करोड़ से ज्यादा वाहन अब FASTag सिस्टम से जुड़े हैं। NHAI का कहना है कि यह बदलाव डिजिटल इंडिया मिशन को और आगे ले जाएगा। साथ ही ‘RajmargYatra App’ के जरिए अब यात्रियों को टोल, पेट्रोल पंप, वॉशरूम और EV स्टेशन की जानकारी भी मिलेगी।

यात्रियों के लिए एक छोटी सी सलाह

यात्रा पर निकलने से पहले अपना FASTag बैलेंस और KYC स्टेटस जरूर चेक कर लें। रिचार्ज हमेशा MyFASTag ऐप या बैंक की वेबसाइट से ही करें। कभी भी किसी फेक वेबसाइट या तीसरे ऐप से भुगतान न करें। और हां, अगर आपका टैग कई बार स्कैन फेल दिखा रहा है तो उसे बदलवा लें।