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भेड़ियों ने फिर ली मासूम की जान: 3 महीने में 9 मौत… गांवों में दहशत की रातें, सीएम के आदेश,अब तक 4 भेड़िए ढेर

यूपी के बहराइच जिले में भेड़िए का आतंक रुकने का नाम नहीं ले रहा है। शनिवार को एक मासूम को दो भेड़िए मिलकर उठा ले गए। दोनों हाथ और पैर नोच डाला। जिससे उसकी दर्दनाक मौत हो गई। 3 महीने के अंतराल में 9 मौत 38 से अधिक लोग घायल हो चुके हैं। ग्रामीणों में दहशत बरकरार है।

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भेड़िए की खोज करते ग्रामीण सांकेतिक तस्वीर फोटो जेनरेट AI

भेड़िए की खोज करते ग्रामीण सांकेतिक तस्वीर फोटो जेनरेट AI

बहराइच में भेड़ियों का आतंक चरम पर है। गांवों से बच्चों को उठा ले जाने की घटनाओं ने लोगों को दहशत में डाल दिया है। ताजा मामले में दो भेड़िए 5 वर्षीय बच्चे को घर से खींच ले गए। जिसे ग्रामीणों ने खून से लथपथ हालत में खेत से बरामद किया।

बहराइच जिले में बीते कुछ महीनों से भेड़ियों का हमला लगातार बढ़ता जा रहा है। जंगल की सीमा से सटे गांवों में रहने वाले परिवार हर रात भय के साए में गुज़र रहे हैं। रविवार की शाम एक बार फिर इस खौफ का ऐसा मंजर सामने आया। जिसने पूरे इलाके को हिला दिया।

वहां रहने वाले लोगों के अनुसार दो भेड़िए अचानक एक घर के बाहर खेल रहे पांच साल के मासूम स्टार पर टूट पड़े। एक भेड़िए ने बच्चे की गर्दन जकड़ ली। जबकि दूसरा उसके पैरों को घसीटने लगा। हमले की आवाज़ सुनकर लोग मौके पर दौड़े और लाठी-डंडों से भेड़ियों को खदेड़ने की कोशिश की। काफी दूरी तक पीछा करने के बाद ग्रामीणों को बच्चा करीब 500 मीटर दूर खेत में गंभीर हालत में पड़ा मिला। उसके हाथ और पंजे भेड़िए नोच चुके थे।

3 महीने में 9 मौत 38 घायल, गांव में दहशत बरकरार

परिजन उसे तत्काल अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां हालत बिगड़ने पर डॉक्टरों ने उसे लखनऊ रेफर कर दिया। दुर्भाग्य से राजधानी पहुंचने से पहले ही बच्चे ने रास्ते में दम तोड़ दिया। यह घटना पिछले तीन महीनों में नौवीं मौत है। इन हमलों में अब तक आठ बच्चे और एक महिला अपनी जान गंवा चुके हैं। जबकि 38 से अधिक लोग घायल हो चुके हैं।

लोग अपनी सुरक्षा के लिए कर पहरेदारी

स्थिति की गंभीरता देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्वयं बहराइच पहुंचे थे। और हमला कर रहे भेड़ियों को खत्म करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद चार भेड़ियों को मार गिराया गया। लेकिन हमले रुक नहीं पाए। दस दिन पहले भी एक बच्ची को भेड़िए उठा ले गए थे। जिसका कोई सुराग अब तक नहीं मिला है। गांवों में दहशत का माहौल है। और लोग अपनी सुरक्षा के लिए रातभर पहरेदारी कर रहे हैं।