
बालोद शहर से लेकर गांव तक साइबर ठगों का जाल तेजी से फैलता जा रहा है। ये ठग हर दिन नए-नए तरीकों से लोगों को शिकार बना रहे हैं। हालत यह है कि सिर्फ अनपढ़ या ग्रामीण ही नहीं बल्कि पढ़े-लिखे और तकनीक से जुड़े लोग भी इन जालसाजों के शिकार बन रहे हैं। पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है, लेकिन ठगी के मामले भी बढ़ते जा रहे हैं।
पुलिस विभाग भी ठगी से बचाने लगातार जागरुक्ता अभियान चला रही है। बावजूद ठगी के मामले बढ़ रहे हैं। हर माह जिले में चार से अधिक ठगी के मामले दर्ज हो रहे हैं। इस साल जनवरी से अक्टूबर तक ठगी के 43 मामले और चार साल में जिले में 147 ठगी हो चुकी है। कुछ मामलों में ठगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। कई मामलों में जांच चल रही है।
अभी तक जितने भी ठगी के मामले आ रहे हैं, उनमें लोग लालच में झांसे में आ रहे हैं। थाने व साइबर क्राइम विभाग में सबसे ज्यादा नौकरी लगाने, रकम दोगुना करने, तंत्र मंत्र, शेयर मार्केटिंग व ऑनलाइन ट्रेडिंग के नाम पर ठगी के मामले आ रहे हैं।
यह भी पढ़े :
अधिकतर ठगी के मामलों में जागरुकता की कमी मुख्य कारण है। पुलिस प्रशासन लगातार प्रचार प्रसार कर लोगों को जागरूक कर रहा है, लेकिन जागरूक नहीं हो पा रहे हैं और साइबर ठगों के जाल में आसानी से फंस रहे हैं।
यह देखे :
साल - ठगी
2022 - 31
2023 - 21
2024 - 52
2025 अक्टूबर तक 43
28 मार्च को बालोद थाना में साइबर ठगी का बड़ा मामला दर्ज किया गया। एक निजी हॉस्पिटल के डॉक्टर ने फेसबुक के जरिए ऑनलाइन ट्रेंडिंग स्केम में 50 लाख 48 हजार रुपए इन्वेस्ट किया और ठगी का शिकार हो गया। हालांकि आरोपी ठग को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
बिजोरा निवासी व्यक्ति को 4 नवंबर के दिन एक महिला ने तंत्र-मंत्र से रकम को दस गुना करने का झांसा देकर 5 लाख 22 हजार की धोखाधड़ी कर ली। हालांकि पुलिस ने आरोपी ठग को गिरफ्तार कर लिया है।
डौंडीलोहारा थाना क्षेत्र में ग्राम सहगांव निवासी रिटायर्ड बीएसपी कर्मचारी को एपीके फाइल भेजकर ठगों ने शिकार बना लिया। उनके रिटायरमेंट के बाद मिले पैसों में से 12 लाख रुपए से अधिक की रकम उड़ा ली। मामले में पुलिस ने तीनों ठग को गिरफ्तार कर लिया है।
साइबर ठगी से बचने किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक न करें, व्यक्तिगत जानकारी जैसे पासवर्ड, बैंक विवरण या ओटीपी किसी से भी साझा न करें। अज्ञात स्रोतों से ऐप्स इंस्टॉल न करें। हमेशा सुरक्षित और आधिकारिक वेबसाइटों का उपयोग करें। सार्वजनिक वाई-फाई का उपयोग करते समय सावधान रहें। कोई भी नौकरी लगाने के नाम पर राशि की मांग करें तो न दें।
आज के दौर में किसी भी प्रकार की जानकारी प्राप्त करने के लिए गूगल में सर्च करने के दौरान विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। अनजान लिंक में क्लिक करने से भी बचें। साइबर अपराध होने की स्थिति में 1930 पर शिकायत दर्ज कर सकते हैं।
बालोद डीएसपी माया शर्मा ने कहा कि साइबर एवं अन्य ठगी से बचाने पुलिस विभाग एसपी के निर्देश पर लगातार स्कूल, कॉलेजों, गांव व शहर के विभिन्न जगहों पर जागरुकता अभियान चला रहा है। अनजान लिंक पर क्लिक न करें। किसी के लालच में न आएं। नौकरी लगाने के नाम पर राशि की मांग करें तो सीधे नजदीकी पुलिस थाने में इसकी शिकायत करें।
संबंधित विषय:
Updated on:
07 Nov 2025 11:51 pm
Published on:
07 Nov 2025 11:50 pm
बड़ी खबरें
View Allबालोद
छत्तीसगढ़
ट्रेंडिंग
