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खंडेला नाका क्षेत्र का मामला, वनविभाग कह रहा कि करेंगे कार्रवाई
खंडेला. खंडेला वन नाका क्षेत्र के कालीमाटी के जंगलों में वन भूमि पर अवैध तरीके से भू-माफिया कब्जा करते जा रहे हैं। वन भूमि पर ट्रैक्टरों से हंकाई कर वन विभाग की जमीन को कृषि योग्य बनाकर खेती की जा रही है। इसके चलते वन भूमि के बड़े हिस्से पर धीरे-धीरे जंगलों का घनत्व कम होता जा रहा है और कृषि की जमीन का रकबा बढ़ रहा है। ऐसे भू-माफियाओं के खिलाफ वन विभाग के अधिकारियों कर्मचारियों की ओर से कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं की जा रही है। इसके चलते भू-माफियाओं के हौसले बुलंद हो रहे हैं। इसके चलते पर्यावरण प्रेमियों में रोष बना हुआ है।
केलवाड़ा रेंज क्षेत्र के खंडेला वन नाका क्षेत्र के इलाके में घना जंगल हुआ करता था। जिसमें जंगली जानवरों की मौजूदगी काफी संख्या में हुआ करती थी, लेकिन धीरे-धीरे जंगलों का घनत्व कम होता जा रहा है। जंगली क्षेत्र मैदान क्षेत्र में तब्दील हो रहा है। इसके चलते अब जंगली जानवरों पर भी संकट के बादल छा रहे हैं। जंगलों के घटते घनत्व के चलते जलवायु पर भी विपरीत असर देखने को मिल रहा है।
क्षेत्र मेें दिनोंदिन बढ़ रहा अतिक्रमण
कालीमाटी के समीप भू माफियाओं ने रातों-रात हंकाई कर दी। इसकी सूचना खंडेला नाका प्रभारी को दी उसके बावजूद भी अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई, इसके चलते भू माफियाओं के हौसले बुलंद हैं। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि वन विभाग की मिली भगत होने से अतिक्रमण बढ़ता जा रहा है। पर्यावरण प्रेमियों व लोगों का कहना है कि भू-माफिया जंगलों में अवैध कारगुजारी करते हैं, लेकिन इनके खिलाफ कोई प्रभावी कार्रवाई वन विभाग की ओर से नहीं होती है। विधायक ललित मीणा ने विधानसभा में यह मामला उठाया था। हाल ही में बारां वन विभाग पर भ्रष्टाचार के आरोप के बाद विधायक ललित मीणा ने विधानसभा में उठाया था वन भूमि पर अतिक्रमण व अन्य कार्य को लेकर भ्रष्टाचार का मुद्दा सदन में उठाया।
खंडेला नाका क्षेत्र में वन भूमि पर अतिक्रमण कर रखा है ब जंगल क्षेत्र में वन भूमि और पेड़ों को नुकसान पहुंचा रहे हैं। ऐसे लोगों के खिलाफ विभागीय अधिकारियों की ओर से प्रभावी कार्रवाई की जाएगी। जितनी भी के खंडेला नाका क्षेत्र में वन भूमि पर अतिक्रमण कर रखा है उसको अतिक्रमण मुक्त कराया जाएगा। अगर क्षेत्र में प्रभावी ग्रस्त नहीं हो रही है तो मैं रेंजर से बात करूंगा।
सुनील गौड़, डीएफओ, बारां
खंडेला नाका क्षेत्र के कालीमाटी मैं भूमाफियों ने वन भूमि पर हंकाई कर दी है। उसमें फसल नहीं होने दी जाएगी और विभाग की ओर से अतिक्रमियों पर उचित कार्रवाई की जाएगी।
दीपक चौधरी, क्षेत्रीय वन अधिकारी, केलवाड़ा
अगर वन विभाग की ओर से काली माटी के वन से क्षेत्र भू माफियाओं का अतिक्रमण नहीं हटाया जाता है तो मैं बारां उपवन संरक्षक कार्यालय पर अनशन पर बैठ जाऊंगा।
सीपी शर्मा, पर्यावरण प्रेमी
Updated on:
24 Oct 2025 10:50 pm
Published on:
24 Oct 2025 10:49 pm
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