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बारां. केन्द्र सरकार की ओर से शारदीय नवरात्र स्थापना के शुभ मुहूर्त पर सोमवार से जीएसटी में सुधार लागू करने से बचत उत्सव शुरू हो गया। दरअसल सरकार की ओर से चार में दो स्लैब समाप्त कर केवल 12 व 5 प्रतिशत जीएसटी की दो स्लैब रखी गई है। इससे रसोई से लेकर इलेक्ट्रॉनिक्स, कपड़े और खाने-पीने तक की करीब 90 फीसदी चीज सस्ती हो गई हैं। आगामी दिनों में लोगों का जीवन यापन और अधिक सरल होगा। लोगों की क्रय शक्ति बढ़ेगी और महंगाई घटेगी। उद्योगों में अधिक निवेश होगा तो उत्पादन भी बढ$गा। कई उपभोक्ताओं ने पहले दिन ही खरीदारी कर इसका लाभ उठाया। पत्रिका टीम ने सोमवार को शहर के विभिन्न बाजारों में व्यापारी व ग्राहकों से उनके अनुभव पर चर्चा की तो सब ने खुलेमन से सरकार के कदम की सराहना की। व्यापारी दिवाली पर ग्राहकी का बूम रहने और ग्राहक महंगाई कम होने से उत्साहित नजर आए।
बढ़ा दिए दाम
व्यापारियों का कहना है कि नवरात्र से जीएसटी दरें कम होने की 15 अगस्त को घोषणा होने से औद्योगिक जगत में काफी हलचल शुरू हो गई थी। इससे त्योहारी सीजन का हवाला देते हुए कई कंपनियोंं के उत्पादों की दरें बढ़ गई थी। घी पर कटौती कर 5 फीसदी जीएसटी रखा गया, लेकिन एक कंपनी के घी के दाम पहले ही 50 रुपए प्रति किलो बढ़ गए थे। इससे उपभोक्ताओं को उस ब्राण्ड का घी महंगा ही मिलेगा। इसी तरह बादाम पर 12 से 5 फीसदी टैक्स किया गया, लेकिन इसकी दरें भी कुछ दिनों पहले बढ़ा दी गई थी। यह बानगी है, इस तरह के और भी मामले हो सकते है। उपभोक्ताओं को लाभ पहुंचाने के लिए ऐसे मामलों में कार्रवाई की आवश्यकता है।
सरकार को रखना होगी निगाह
फिलहाल नई एमआरपी का माल नहीं आया है, लेकिन सरकार के आदेशों के तहत उन्होंने तो एमआरपी पर 13 प्रतिशत जीएसटी काट रिटेल विक्रेताओं को देना शुरू कर दिया, लेकिन रिटेलर आम उपभोक्ताओं को देते है या नहीं, इस पर निगाह रखने की जरूरत है। वैसे 5 और 12 प्रतिशत के दो स्लैब ही रहने से सौंदय्र प्रसाधन, घी, शैम्पू, साबून, बिस्कुट, टॉस, मच्छररोधी, हेयरऑयल, डाई, टूथ ब्रश व बादाम आदि सस्ते हुए हैं।
योगेश कुमरा, अध्यक्ष, व्यापार महासंघ व थोक विक्रेता
इन दिनों सीजन होने ओर हाल ही में पंजाब में बाढ़ आने से देसी घी के दाम बढऩे की आशंका थी, अब इस पर 12 से 5 फीसदी टैक्स करने से यह आम आदमी की पहुंच में आ जाएगा। अन्य सामानों में भी उपभोक्ताओं को लाभ होगा। ड्राई फूट सस्ते होंगे। इसमें सबसे बड़ी दिक्कत एमआरपी को लेकर रहेगी। सरकार को एमआरपी भी नियंत्रित करने के लिए प्रावधान करना चाहिए। नई एमआरपी नहीं आने से उपभोक्ताओं को लाभ मिलने में देरी हो सकती है। थोक व्यापारियों ने तो आज भी दर कम करके बिल दिए।
हरि मोहन बंसल, थोक किराना व्यापारी
एसी, एलईडी, इन्वर्टर, बैटरी आदि पर जीएसटी 28 प्रतिशत से घटाकर 18 प्रतिशत कर देने से ग्राहकों को काफी लाभ मिलेगा। सोमवार को जिन भी ग्राहकों ने खरीदारी की है। उन्हें 18 प्रतिशत के हिसाब से ही बिल बनाए गए हैं। जीएसटी में कटौती से इस बार आने वाले दीपावली के सीजन में काफी अच्छी ग्राहकी होने की उम्मीद है।
कुश तनेजा, इलेक्ट्रॉनिक व्यापारी
मेरा 18 व 12 प्रतिशत जीएसटी वाले सामानों की खरीद पर 3 हजार रुपए प्रतिमाह खर्च होता था। अब अनुमानित 400 रुपए कम हो गए तो इससे मेरे पेट्रोल खर्च ही निकलेगा। इस तरह वर्षभर में औसतन 40-50 हजार रुपए बच रहे है तो बच्चों की फीस ही जाएगी। मॉल से साढ़े तीन सौ रुपए की खरीदारी करने पर 40 रुपए की बचत हुई है।
मुकेश शर्मा, उपभोक्ता
जीएसटी कटौती लागू होने के बाद एसी खरीदने के लिए कोटा रोड स्थित एक इलेक्ट्रानिक शोरुम पर आया था। जहां पर 35 हजार का एसी 25 हजार रुपए में ही मिल गया। इससे काफी खुशी मिली। जीएसटी में कटौती आम उपभोक्ताओ को राहत है। यह बचत अन्य सामानों की खरीद में काम आएगी।
हिमान्शु बघेरवाल, ग्राहक
प्रीमियम मोबाइल पर अब ग्राहक को 2 से 15 हजार रुपए तक की कम कीमत पर मिलेगा। हालांकि मोबाइल पर सीधे तौर पर जीएसटी नहीं घटाया गया। लेकिन मोबाइल पार्टस में सीएसटी में जीएसटी की दरें घटने के कारण ग्राहकों को फायदा मिलेगा। केन्द्र सरकार के इस कदम से आने वाले सीजन में व्यापार भी बढ़ जाएगा।
नवीन पिपलानी, मोबाइल डीलर
Updated on:
22 Sept 2025 10:30 pm
Published on:
22 Sept 2025 10:29 pm
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