
बरेली। आंगनबाड़ी कार्यकत्री चयन में भ्रष्टाचार का बड़ा मामला सामने आया है। फतेहगंज पश्चिमी ब्लॉक के टिटौली गांव में पद के चयन के नाम पर कथित रूप से 70 हजार रुपये एडवांस लेने और 1.65 लाख की डील करने वाले निलंबित बाल विकास परियोजना अधिकारी कृष्ण चन्द्र की मुश्किलें बढ़ गई हैं। शिकायतकर्ता के बयान, भुगतान के वीडियो और जांच में सामने आए तथ्यों के बाद जिला कार्यक्रम अधिकारी ने एसएसपी अनुराग आर्य को पत्र भेजकर कार्रवाई की मांग। एसएसपी के आदेश पर बारादरी पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर मामले की जांच शुरु कर दी है।
फतेहगंज पश्चिमी के टिटौली निवासी पीड़िता वीरवती पत्नी अमित कुमार ने सीडीओ देवयानी को शिकायती पत्र देकर बताया था कि कृष्ण चन्द्र ने चयन के लिए 1.65 लाख रुपये की मांग की। ऑनलाइन आवेदन भी उन्होंने अपने परिचित कैफे से करवाया था। इसके बाद एडवांस 70 हजार रुपये ले लिए, जिसका वीडियो भी पीड़िता ने बना लिया। पीड़िता के अनुसार दूसरी आवेदक आशा पत्नी बाबूराम से 2.50 लाख लेकर वीरवती के आवेदन में जानबूझकर त्रुटि कराई और उसका आवेदन निरस्त करा दिया। वीरवती का कहना है कि उसके अंक चयनित आवेदक आशा से अधिक हैं और वह बीपीएल श्रेणी में भी आती है, लेकिन बड़े खेल ने उसका हक छीन लिया।
तत्कालीन सीडीओ जग प्रवेश ने शिकायत, बयान और वीडियो देखने के बाद अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि प्रथमदृष्टया आरोप सही प्रतीत हो रहे हैं। इस आधार पर उन्होंने पूरे मामले को विभागीय कार्रवाई के लिए लखनऊ स्थित निदेशक, बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग को भेज दिया। जिसके बाद काल विकास परियोजना अधिकारी कृष्ण चंद्र को निलंबित कर दिया गया था। जिला कार्यक्रम अधिकारी ने एसएसपी अनुराग आर्य को भेजे पत्र में कहा है कि वीडियो साक्ष्य पेन ड्राइव में संलग्न है। आरोपी निलंबित बीडीपीओ कृष्ण चन्द्र के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाए। वहीं वीडियो की फोरेंसिक जांच भी कराई जाए। वादी के रूप में डीपीओ मनोज कुमार का नाम भेजा गया है।
संबंधित विषय:
Updated on:
27 Nov 2025 08:37 pm
Published on:
27 Nov 2025 08:36 pm
बड़ी खबरें
View Allबरेली
उत्तर प्रदेश
ट्रेंडिंग
