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उड़ीसा से दिल्ली जा रहा था एक करोड़ का गांजा, बरेली पुलिस ने खेप के साथ दो तस्करों को दबोचा, मुख्य आरोपी फरार

भमोरा पुलिस ने उड़ीसा से दिल्ली भेजे जा रहे अवैध गांजा तस्करी के अंतरराज्यीय नेटवर्क का भंडाफोड़ करते हुए 153.69 किलो गांजा, एक ट्रक और एक मोबाइल बरामद किया है। पकड़े गए दोनों तस्कर रामपुर जिले के रहने वाले हैं, जबकि इस नेटवर्क के दो मुख्य संचालक राकेश यादव और फरमान पुलिस पकड़ से बाहर हैं। बरामद किए गए गांजे की अंतरराष्ट्रीय कीमत करीब एक करोड़ रुपये बताई जा रही है।

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बरेली। भमोरा पुलिस ने उड़ीसा से दिल्ली भेजे जा रहे अवैध गांजा तस्करी के अंतरराज्यीय नेटवर्क का भंडाफोड़ करते हुए 153.69 किलो गांजा, एक ट्रक और एक मोबाइल बरामद किया है। पकड़े गए दोनों तस्कर रामपुर जिले के रहने वाले हैं, जबकि इस नेटवर्क के दो मुख्य संचालक राकेश यादव और फरमान पुलिस पकड़ से बाहर हैं। बरामद किए गए गांजे की अंतरराष्ट्रीय कीमत करीब एक करोड़ रुपये बताई जा रही है।

एसपी साउथ अंशिका वर्मा ने शनिवार को खुलासा करते हुए बताया कि शुक्रवार रात भमोरा पुलिस की टीम रम्पुरा–विशारतगंज रोड पर वाहन चेकिंग कर रही थी। तभी रम्पुरा तिराहे की ओर से एक ट्रक आता दिखाई दिया। पुलिस को देखकर ड्राइवर और हेल्पर हड़बड़ा गए और ट्रक सड़क किनारे रोककर भागने लगे। पुलिस टीम ने पीछा कर दोनों को मौके पर ही पकड़ लिया। पकड़े गए आरोपी आलम उर्फ अकरम (22) और इस्लाम खां (55) के कब्जे से भारी मात्रा में गांजा और मोबाइल बरामद हुआ। पुलिस ने ट्रक को भी सीज कर दिया। बरामदगी के आधार पर थाना भमोरा में मुकदमा दर्ज हुआ है।

पूछताछ में दोनों आरोपी टूट गए। उन्होंने बताया कि वे करीब एक महीने से फरमान के ट्रक पर काम कर रहे थे। राकेश यादव और फरमान ने 40 हजार रुपये में उड़ीसा से बिसौली (आस्कपुर स्टेशन) तक गांजा पहुंचाने की डील की थी। वहां से माल दिल्ली भेजा जाना था। आरोपियों ने बताया कि हाईवे पर सख्त चेकिंग देखकर वे लोकल रोड़ से ट्रक लेकर निकल रहे थे, तभी भमोरा पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया। दोनों ने कबूल किया कि पैसों के लालच में तस्करी के इस जाल में फंस गए।

अकरम पढ़ा–लिखा नहीं है और करीब एक साल से ट्रक ड्राइवर का काम करता है। उसके चार भाई हैं जिनमें दो बैंगलुरु और एक मुंबई में काम करते हैं।
इस्लाम खां भी अशिक्षित है। उसका भाई इकराम रांची में इसी धंधे में जेल गया था और वहीं उसकी मौत हो गई थी। पुलिस राकेश यादव (दिल्ली निवासी) और फरमान (रामपुर) की तलाश में जुट गई है। दोनों के मोबाइल नंबर सर्विलांस पर लगाए गए हैं।

एसएसपी अनुराग आर्य के निर्देश पर चलाए जा रहे अभियान के तहत एसपी साउथ अंशिका वर्मा और सीओ आँवला के पर्यवेक्षण में थानाध्यक्ष सनी चौधरी, एसओजी प्रभारी सुनील शर्मा और उ0नि0 हीरेन्द्र सिंह की टीम को यह सफलता मिली। भमोरा पुलिस ने दोनों अभियुक्तों को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया है, जबकि फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए दबिशें जारी हैं।