
सीलिंग की कार्रवाई करती टीम (फोटो सोर्स: पत्रिका)
बरेली। बरेली में उपद्रव के बाद अब ऑपरेशन तौकीर शुरू हो गया है। नफरती मौलाना तौकीर रज़ा खां को फंडिंग करने शरण और सहयोग देने वालों के खिलाफ पुलिस और बरेली विकास प्राधिकरण की संयुक्त टीम ने कार्रवाई शुरू कर दी है। इसी क्रम में शनिवार को प्रशासन ने मौलाना के करीबी सहयोगी और कारोबारी फरहत खां के फाइक एनक्लेव स्थित आलीशान मकान को सील कर दिया है। फरहत खां लंबे समय से तौकीर रज़ा के पार्टनर और मददगार माने जाते हैं। उन पर आरोप है कि बरेली में बवाल के दौरान उन्होंने न केवल मौलाना को शरण दी बल्कि उनके कार्यक्रमों में आर्थिक सहायता भी की थी। उनके घर बैठकर ही मौलाना ने वीडियो वायरल किये थे।
शनिवार सुबह प्रशासन और बीडीए की टीम भारी पुलिस बल के साथ फाइक एनक्लेव पहुंची। बीडीए ने फरहत खां को गुरुवार तक मकान खाली करने का नोटिस दिया था। समय सीमा पूरी होने पर जब टीम मौके पर पहुंची, तो मकान खाली मिला। इस पर सिटी मजिस्ट्रेट अलंकार अग्निहोत्री की मौजूदगी में मुख्य गेट का ताला तोड़कर बीडीए ने अपना ताला लगाकर मकान को सील कर दिया। इस दौरान इज्जतनगर इंस्पेक्टर बिजेंद्र सिंह, बीडीए अधिकारी और राजस्व टीम के सदस्य भी मौजूद रहे। पूरी कार्रवाई वीडियोग्राफी के साथ संपन्न की गई ताकि बाद में कोई विवाद न हो।
बरेली विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष मनिकंडन ए. के निर्देश पर यह कार्रवाई की गई। उन्होंने कहा कि मौलाना तौकीर रज़ा को सहयोग देने वाले सभी व्यक्तियों की संपत्तियों की जांच की जा रही है। जो लोग मौलाना को फंडिंग, पनाह या किसी रूप में सहयोग कर रहे थे, उनके अवैध निर्माणों की पहचान की जा चुकी है। जल्द ही उन्हें सील और ध्वस्त करने की कार्रवाई होगी। प्रशासन ने शहर में कई अन्य स्थानों पर अवैध संपत्तियों की सूची तैयार कर ली है, जिनमें कुछ धार्मिक ट्रस्टों से जुड़ी इमारतें और मौलाना के समर्थकों के कॉम्प्लेक्स भी शामिल हैं।
हाल ही में हुए बरेली बवाल में मौलाना तौकीर रज़ा की भूमिका को लेकर पुलिस ने पहले ही 170 नामजद और करीब ढाई हजार अज्ञात उपद्रवियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी। अब प्रशासनिक स्तर पर आर्थिक और संपत्ति की जड़ पर वार करने की नीति अपनाई गई है। एसएसपी अनुराग आर्य और डीएम अविनाश सिंह के निर्देश पर विशेष टीम बनाई गई है, जो उन सभी लोगों को चिन्हित कर रही है जिन्होंने मौलाना को किसी भी रूप में सुरक्षा या सहयोग प्रदान किया था।
प्राधिकरण उपाध्यक्ष ए मनिकंडन के नेतृत्व में BDA की टीम अब फरहत खां के अलावा मौलाना के अन्य करीबियों की संपत्तियों की डिटेल रिपोर्ट तैयार कर रही है। जिन संपत्तियों का निर्माण नियमों के विरुद्ध या गैरकानूनी फंडिंग से किया गया है, उन पर धारा 27 के तहत ध्वस्तीकरण और वसूली की कार्यवाही शुरू होगी। फाइक इंक्लेव में फरहत के अलावा और कई मददगार हैं। जिनके घर और कामर्शियल बिल्डिंग बीडीए के निशाने पर हैं। बीडीए उपाध्यक्ष ने कहा कि यह कार्रवाई किसी एक व्यक्ति तक सीमित नहीं है। जो भी लोग उपद्रव फैलाने वालों को शरण या आर्थिक मदद दे रहे थे, उन पर इसी तरह सख्त कार्रवाई की जाएगी। कानून से बड़ा कोई नहीं है।
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Published on:
04 Oct 2025 04:08 pm
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