कमांड सेंटर से मॉनिटरिंग करते एडीजी, कमिश्नर और नगर आयुक्त (फोटो सोर्स: पत्रिका)
बरेली। 107वें उर्स-ए-रज़वी के सकुशल समापन के बाद पुलिस-प्रशासन ने राहत की सांस ली है। लाखों जायरीन के हुजूम के बीच सुरक्षा इंतजाम इतने मजबूत थे कि पूरा शहर पुलिस छावनी में तब्दील नजर आया। सड़क से लेकर गलियों तक बैरियर, पुलिस बल और मजिस्ट्रेट की तैनाती की बदौलत इस बार किसी भी स्तर पर चूक की गुंजाइश नहीं छोड़ी गई।
एडीजी बरेली जोन रमित शर्मा और कमिश्नर सौम्या अग्रवाल ने नगर आयुक्त संजय कुमार मौर्य के साथ इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर (आईसीसीसी) से सुरक्षा व्यवस्थाओं की लगातार निगरानी की। उर्स के कुल शरीफ की समाप्ति तक सभी अधिकारी कमांड सेंटर में ही डटे रहे। मंगलवार देर रात भी एडीजी रमित शर्मा ने कमांड सेंटर पहुंचकर एसपी ट्रैफिक अकमल खान के साथ व्यवस्थाओं का जायजा लिया और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
करीब 5,500 पुलिसकर्मी और पीएसी के जवान ड्यूटी पर तैनात रहे। बाहर से आई कंपनियों को भी बरेली पुलिस में शामिल किया गया। 1300 कर्मियों की ड्यूटी डीडीएमएस के जरिए चेक की गई। वहीं शहर की मुख्य सड़कों और उर्स स्थल पर जाने वाले मार्गों पर 300 से अधिक बैरियर लगाए गए। हर गली-मोहल्ले और संवेदनशील पॉइंट पर बैरिकेडिंग कर पुलिस और यातायात विभाग के जवान तैनात रहे।
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Published on:
20 Aug 2025 05:40 pm
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