
मुआवजे की मांग को लेकर ग्रामीणों ने किया घेराव (Photo Patrika)
CG News: दुर्ग जिले के भटगांव में रविवार को सुबह एक दर्दनाक हादसा हो गया। बिजली पोल पर चढ़कर वायरिंग की जांच और मरम्मत के दौरान करंट की चपेट में आने से डेलीवेजेस पर कार्य करने वाले लाइनमैन संतोष ठाकुर की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि अचानक पावर ट्रांसफार्मर में लाइट प्रवाहित होने से यह घटना हुई।
इस हादसे से ग्रामीण आक्रोशित हो गए। उन्होंने बिजली आफिस का घेराव कर दिया। आक्रोशित ग्रामीण मुआवजे की मांग पर अड़ गए। शासन ने 25 हजार रुपए की सहायता राशि दी। पुलिस की समझाइश पर ग्रामीणों धरना स्थगित किया। पुलिस ने पंचनामा तैयार कर शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है। अधिकारी तकनीकी कारणों, सुरक्षा मानकों और पावर हाउस की सप्लाई प्रक्रिया की भी जांच कर रहे हैं।
परिजनों ने बताया संतोष ठाकुर प्राइवेट लाइन का काम करता था। उसी क्षेत्र में पदस्थ बिजली विभाग की मेंटेनेंस टीम कर्मचारी उन्हें डेली वेज पर काम कराते थे। लोग इस बात पर सवाल भी उठा रहे हैं कि जब सप्लाई बाधित थी तो पोल में करंट कैसे आया। स्थानीय लोगों का कहना है कि बिजली कंपनी इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए सुरक्षा उपायों पर ध्यान दे। वहीं विभागीय अधिकारियों ने मामले की आंतरिक जांच कराने और कारणों का पता लगाने की बात कही है।
ग्रामीणों ने बताया कि जेवरा निवासी संतोष ठाकुर (50) बिजली कंपनी के कर्मचारियों के साथ डेली वेजेस पर लम्बे समय से लाइनमैन का काम करता था। रविवार को सुबह करीब 10.30 बजे सब बिजली स्टेशन से सप्लाई बंद कर मेंटेनेंस का काम शुरू किया था। नियमित प्रक्रिया के तहत पोल पर चढ़कर वायरिंग की जांच और मरम्मत की जा रही थी।
इसी दौरान अचानक भटगांव के पोल में तेज करंट प्रवाहित हो गया। बताया जाता है कि तकनीकी गड़बड़ी या अचानक सप्लाई बहाल होने के कारण पोल पर करंट दौड़ गया, जिसकी चपेट में कर्मचारी आ गया। करंट लगते ही वह पोल से नीचे गिर गया और गंभीर रूप से झुलस गया। साथ में मौजूद लोगों ने तुरंत उसे नीचे उतारा और निजी वाहन से निहार हॉस्पिटल पहुंचाया। अस्पताल में डॉक्टरों ने प्राथमिक जांच के बाद कर्मचारी को मृत घोषित कर दिया।
Published on:
24 Nov 2025 11:04 am
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