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भीलवाड़ा जिले के नक्शे से ‘गायब’ हुआ पूरा गांव

- परिसीमन के खेल में, 200 घरों की बस्ती असमंजस में - जहाजपुर के भवानीपुरा (काबरा का झोपड़ा) को किसी भी पंचायत में नहीं जोड़ा गया

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An entire village has disappeared from the map of Bhilwara district.

An entire village has disappeared from the map of Bhilwara district.

पंचायतीराज चुनावों के लिए किए गए परिसीमन में भीलवाड़ा जिले के जहाजपुर पंचायत समिति क्षेत्र से एक गंभीर प्रशासनिक त्रुटि सामने आई है। पूर्ववर्ती टीकड़ पंचायत का भवानीपुरा (काबरा का झोपड़ा) गांव नए परिसीमन में किसी भी पंचायत समिति या ग्राम पंचायत में शामिल नहीं किया गया है। इसके कारण गांव की करीब 200 घरों की बस्ती रातोंरात जिले के नक्शे से ही ओझल हो गई है।

चुनावों में वोट देने पर भी संकट

ग्रामीण इस अजीबोगरीब स्थिति से गहरे असमंजस में हैं। गांव वालों को यह चिंता सता रही है कि अगर उनका गांव किसी भी पंचायत का हिस्सा नहीं रहा, तो आने वाले पंचायतीराज चुनावों में वे वोट भी दे पाएंगे या नहीं। यह मामला अब क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गया है। ग्रामीणों ने बताया कि सीमावर्ती गांव होने के कारण भवानीपुरा पहले से ही मूलभूत आवश्यकताओं से वंचित रहा है।

सड़क का अभाव

गांव में आने-जाने के लिए सड़क तक नहीं है। बारिश के दिनों में कच्ची सड़क पर पांच-पांच फीट के गहरे गड्ढे बन जाते हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि जनप्रतिनिधि भी उनकी समस्याओं पर ध्यान नहीं देते।

पंचायत बदलने का पुराना खेल

ग्रामीणों ने अपनी व्यथा बताते हुए कहा कि पहले भी उनके गांव को कभी टीकड़ तो कभी केसरपुरा पंचायत में जोड़ा जाता रहा है, लेकिन इस बार तो हद हो गई। परिसीमन में गांव को किसी भी पंचायत में नहीं जोड़ा गया है। इससे ग्रामीणों को बड़े असमंजस की स्थिति में डाल दिया है।

प्रशासन की इस गंभीर चूक पर अब सवाल उठ रहे हैं कि परिसीमन प्रक्रिया के दौरान एक बड़ी बस्ती को कैसे अनदेखा कर दिया गया और इसका खामियाजा ग्रामीणों को भुगतना पड़ सकता है। प्रशासन को जल्द से जल्द इस त्रुटि को सुधार कर गांव को निकटवर्ती पंचायत में शामिल करना होगा ताकि ग्रामीण लोकतांत्रिक प्रक्रिया में भाग ले सकें। इस मामले को लेकर ग्रामीणों ने अपनी एक शिकायत जिला निर्वाचन अधिकारी से भी दर्ज करवाई है। माना जा रहा है कि जिले से अब तक 200 से अधिक शिकायतें मिल चुकी है।