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फिल्मी अंदाज में रैगिंग का खौफ: राजस्थान में इस मेडिकल कॉलेज के 6 छात्र सस्पेंड, मानसिक प्रताड़ना से जूझ रहे थे स्टूडेंट्स

राजमाता विजयाराजे सिंधिया मेडिकल कॉलेज में थ्री इडियट्स स्टाइल रैगिंग के मामले में प्रशासन ने सख्ती दिखाते हुए एमबीबीएस सेकेंड ईयर के छह छात्रों को एक महीने के लिए निलंबित कर दिया। जांच में मानसिक प्रताड़ना की पुष्टि होने के बाद यह कार्रवाई हुई।

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छह छात्र एक महीने के लिए निलंबित (पत्रिका फाइल फोटो)

भीलवाड़ा: राजमाता विजयाराजे सिंधिया मेडिकल कॉलेज में हुए रैगिंग मामले में कॉलेज प्रशासन ने छह छात्रों को एक महीने के लिए निलंबित कर दिया। यह कार्रवाई हॉस्टल परिसर में 'थ्री इडियट्स' फिल्म स्टाइल रैगिंग और मानसिक प्रताड़ना की घटनाओं के बाद की गई।

बता दें कि रैगिंग की खबर को राजस्थान पत्रिका ने 15 नवंबर को मेडिकल कॉलेज में थ्री इडियट्स स्टाइल रैगिंग ड्रामा, प्रशासन की नींद टूटी तो सीनियर फरार शीर्षक से प्रमुखता से प्रकाशित की थी। खबर प्रकाशन के बाद हरकत में आए मेडिकल कॉलेज प्रशासन और एंटी-रैगिंग स्क्वॉड ने एक्शन लेते हुए रैगिंग में शामिल छात्रों की पहचान की।

हॉस्टल में जूनियर छात्रों के साथ सीनियर छात्रों की ओर से किए गए रैगिंग के प्रयासों की पुष्टि होने के बाद, एमबीबीएस सेकेंड इयर के छह छात्रों को एक महीने के लिए सस्पेंड कर दिया है।

कॉलेज प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया कि निलंबित किए छह छात्रों को अब आसानी से दोबारा दाखिला नहीं मिलेगा। उन्हें एक महीने के निलंबन की अवधि पूरी होने के बाद, अपने माता-पिता एवं अभिभावकों से इस बात का शपथ पत्र लिखवाकर देना होगा कि वे भविष्य में किसी भी प्रकार की रैगिंग गतिविधि में शामिल नहीं होंगे।

यह कदम कॉलेज में रैगिंग-मुक्त वातावरण बनाने और एंटी-रैगिंग नीतियों की प्रभावशीलता को दर्शाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। गौरतलब है कि डेढ़ सप्ताह पहले रात को करीब सवा आठ बजे कुछ सीनियर छात्रों ने जूनियर बैच को घेर लिया और रैगिंग का प्रयास किया।

शुरुआत भले ही मजाक लगी, लेकिन माहौल तेजी से हल्के-फुल्के मजाक से मानसिक दबाव और अनर्गल फरमाइशों की ओर बढ़ने लगा था। यह मामला मानसिक प्रताड़ना के चरम पर पहुंच गया था। जैसे ही एंटी-रैगिंग स्क्वॉड की एंट्री हुई, रैगिंग कर रहे सीनियर छात्र हॉस्टल से फरार हो गए थे।