MP News: मध्यप्रदेश में रिश्वतखोरी का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। आए दिन लोकायुक्त भ्रष्ट अधिकारी-कर्मचारी पर शिकंजा कसता रहता है। मगर बावजूद मामले थमने की बजाय और बढ़ रहे हैं। ऐसा मामला भिंड जिले से सामने आया है। यहां पर लोकायुक्त ने पटवारी को रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा है।
ग्वालियर लोकायुक्त के डीएसपी विनोद सिंह कुशवाह ने बताया गोरमी के रठियापुरा निवासी किसान संजय सिंह ने लोकायुक्त ग्वालियर के पुलिस अधीक्षक को शिकायती आवेदन दिया था। शिकायत में संजय ने बताया पुस्तैनी जमीन का बंटवारा हुआ था। बंटवारे के दौरान ऑनलाइन खसरे में नाम गलत हो गया था, जिसे सुधरवाने के लिए हल्का नंबर 30 सोंधा के पटवारी अमन शर्मा पुत्र उमाशंकर शर्मा निवासी वार्ड आठ मेहगांव के यहां पहुंचे तो उन्होंने टालमटोल किया। कई बार चक्कर काटने पर पटवारी ने रिश्वत की मांग की।
खसरे में नाम संशोधन करने के नाम पर पटवारी अमन शर्मा ने 42 हजार रुपए मांगे गए। सोमवार को पटवारी को पहली किश्त देनी थी। शिकायत के बाद टीम ने संजय को पूरी प्लानिंग के साथ ट्रैप कार्रवाई के लिए समझाया।
पटवारी के द्वारा तय समय पर सोमवार दोपहर एक बजे संजय सिंह रंग लगे 14 हजार रुपए लेकर जनपद पंचायत के पीछे परिसर में पहुंचे। जैसे ही पटवारी ने नोटों की गड्डी लेकर पैंट की जेब में रखी। तभी टीम ने उसे दबोच लिया।
जमीन में नाम सुधरवाने के लिए किसान संजय सिंह चार महीने से चक्कर काट रहे थे। बिना पैसों के उसने काम करने में आनाकानी की। शिकायत के बाद लोकायुक्त ने ट्रैप दल गठित कर ट्रैप प्लान के तहत रिश्वतखोर पटवारी को पकड़ लिया। लोकायुक्त ने पटवारी के खिलाफ धारा 7, 13(1) बी,13(2) पीसी एक्ट 1988( शशोधित अधिनियम 2018) के तहत मामला दर्ज किया है।
Published on:
06 Oct 2025 08:00 pm
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