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एमपी में ’31 करोड़’ से बनेंगे 3 डैम, हटेंगे 100 पक्के मकान, 700 अवैध निर्माण

MP News: गुजरात की साबरमती नदी की तर्ज पर होगा विकास; नगर निगम ने जारी किया टेंडर, पहले फेज में 31 करोड़ से होगा काम

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प्रतिकात्मक फोटो (Photo Source - Social Media)

प्रतिकात्मक फोटो (Photo Source - Social Media)

MP News: एमपी के भोपाल शहर में कालियासोत नदी सदानीरा बनेगी। नदी में बारह महीने पानी रहेगा। कलियासोत नदी में कई घाट बनेंगे। इसके साथ ही कैचमेंट एरिया में तीन स्टॉप डैम बनाए जाएंगे। नगर निगम ने कलियासोत नदी पर स्टॉप डैम बनाने के लिए टेंडर जारी कर दिया है। पहले फेज का काम 31 करोड़ रुपए की लागत से किया जाएगा। नदी के किनारों को विकसित करने के लिए दो साल की समय सीमा तय की गयी है। फंड के लिए अन्य विभागों से भी मदद ली जाएगी। बता दें पत्रिका ने कलियासोत नदी के अस्तित्व में आ रहे संकट को लेकर बड़े स्तर पर अभियान चलाया था।

आठ किमी. में तीन स्टॉप डैम

स्टॉप डैम-1 यह स्टॉप डैम सर्वधर्म के मौजूदा पुल के पास बनेगा। यह ढाई किमी की दूरी पर है। स्टॉप डैम 2 जेके और दानिश ब्रिज के बीच। यह भी दो किमी. की दूरी पर है। स्टॉप डैम-3 सलैया ब्रिज से आगे। इसमें मौजूदा सलैया ब्रिज डूबेगा, दूसरा बनाना होगा।

30 लाख घनमीटर पानी

कलियासोत वन क्षेत्र के विभिन्न जलस्रोतों से मिलकर बनी 36 किमी लंबाई वाली कलियासोत नदी अब पूरे साल कल-कल करती हुई बहेगी। नदी पर मौजूदा ब्रिज के पास स्टॉप डैम बनेंगे। जल-संसाधन विभाग सर्वधर्म पुल, जेके अस्पताल पुल, दानिश कुंज ब्रिज के पास स्टॉप डैम बनाने की तैयारी में है। इसके अलावा सलैया ब्रिज से आगे भी एक स्टॉप डैम बनाने का प्रस्ताव है। तीनों स्टॉप डैम बनने से 30 लाख घनमीटर तक पानी जमा होगा।

100 से ज्यादा पक्के निर्माण को हटाएंगे

नगर निगम आयुक्त के मुताबिक कलियासोत नदी के कैचमेंट को विकसित करने के लिए पहले चरण को लागू किया जा रहा है। यह प्रोजेक्ट दो साल में पूरा कर लिया जाएगा। इसके तहत नदी के बफर जोन में 33 मीटर दायरे से जहां 100 से ज्यादा पक्के अवैध निर्माणों को हटाया जाएगा। इसके अलावा 700 से ज्यादा अवैध कब्जे 36 किमी लंबी नदी के किनारों पर फैले हैं, उन्हें भी क्रमबद्ध तरीके से हटाया जाना है।

36 किमी लंबी नदी के किनारे 8,000 एकड़ के करीब निजी जमीन है। शहर में इसका बहाव भोजपुर से मिसरोद तक 17 किमी है। जबकि भदभदा,चंदनपुरा से समरधा मंडीदीप ब्रिज तक 23 किमी का रिवर फ्रंड डेवलप किया जाएगा। इसे गुजरात की साबरमती नदी की तर्ज पर विकसित करने की योजना है। शाहपुरा के पास कोलार रोड से कलियासोत नदी में टीटी नगर, मैनिट, पंचशील नगर, चार इमली और चूनाभट्टी के नालों से घरेलू कचरा मिल रहा है।

पत्रिका की मुहिम को जीत

पत्रिका ने राजधानी की मृतपाय कलियासोत नदी को पुनर्जीवन देने के लिए लगातार अभियान चलाया। हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने भी नदी को सदानीरा बनाने के लिए पहल करने की बात कही थी। इस मुद्दे पर विस्तृत खबरों के प्रकाशन के बाद नगर निगम परिषद ने भी प्रस्ताव पारित किया था। इसके बाद महापौर परिषद ने अमृत 2.0 के तहत 36.68 करोड़ रुपए लागत वाले कलियासोत रिवर फ्रंट प्रोजेक्ट के टेंडर प्रस्ताव को मंजूरी थी।