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एमपी में तैयार हो रहा 40 हजार किमी की सड़कों का डिजिटल हेल्थ कार्ड, ये होगा फायदा

Roads Digital Health Cards : पीडब्ल्यूडी द्वारा निर्मित प्रदेश की 40 हजार कि.मी सड़कों का डिजिटल हेल्थ कार्ड तैयार होने जा रहा है। प्रोजेक्ट लागू करने में करीब 20-25 करोड़ रुपए खर्च होंगे।

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Roads Digital Health Cards

एमपी में तैयार होगा सड़कों का डिजिटल हेल्थ (Photo Source- Patrika)

रूपेश मिश्रा की रिपोर्ट

Roads Digital Health Cards :मध्य प्रदेश लोक निर्माण विभाग में बजट का दुरुपयोग रोकने के लिए रोड असेट मैनेजमेंट सिस्टम लागू किया है। इसके तहत पीडब्ल्यूडी द्वारा निर्मित प्रदेश की 40 हजार कि.मी सड़कों का डिजिटल हेल्थ कार्ड तैयार किया जाएगा। प्रोजेक्ट लागू करने में करीब 20-25 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे।

विभाग के अधिकारी इस बात को लेकर आश्वस्त हैं कि, आगामी समय में इसका कई गुना फायदा मिलेगा। क्योंकि, अभी तक सड़कों के प्रबंधन के लिए सालाना करोड़ों रुपए खर्च किए जाते हैं। रोड असेट मैनेजमेंट सिस्टम लागू होने के बाद व्यवस्थित रूप से पैसा खर्च किया जा सकेगा।

ये है सिस्टम

रोड असेट मैनेजमेंट सिस्टम एक डिजिटल और वैज्ञानिक तरीका है। इसके जरिए सड़क से संबंधित सभी संपत्तियों का प्रबंधन, रख रखाव और सुधार समय पर, कम लागत से किया जाता है।

सड़क हादसों में आएगी कमी- मंत्री राकेश सिंह

इस संबंध में पीडब्ल्यूडी मंत्री राकेश सिंह का कहना है कि, सड़कों की मरम्मत में खर्च होने वाले बजट के सदुपयोग के लिए रोड असेट मैनेजमेंट सिस्टम लागू किया गया है। सड़कों का सर्वे कर डिजिटल हेल्थ कार्ड तैयार किया जाएगा, जिससे सड़कें दुरूस्त रहेंगी और सड़क हादसों में भी कमी आएगी।

सालाना तैयार होगा हेल्थ कार्ड

विशेष मशीन के जरिए सालाना सड़क का हेल्थ कार्ड तैयार करवाया जाएगा। सड़क की लंबाई, चौड़ाई, स्थिति, ट्रैफिक लोड, पुल, कल्वर्ट, साइन बोर्ड और सिग्नल सहित रोड की मौजूदा स्थिति आदि जानकारी एकत्रित की जाएगी। इसका हर साल सर्वे किया जाएगा। इसे पीडब्ल्यूडी द्वारा स्टेट हाईवे, मुय जिला मार्ग और अन्य जिला मार्ग सहित सभी जगह लागू कर रहा है।

ग्रामीण सड़कें

हेल्थ कार्ड बनाने का काम दो चरणों में होगा। पहले में अन्य जिला मार्ग, मुय जिला मार्ग और स्टेट हाईवे को रखा है। लगभग 10 हजार किमी ग्रामीण सड़कें अगले चरण में कवर होंगी।

ये लाभ होगा

बजट का सही दिशा में इस्तेमाल हो सकेगा। सड़कों का लंबे समय तक अच्छी स्थिति में रहना संभव होगा। हादसों में कमी आएगी। योजनाबद्ध और तेजी से मरमत कार्य पूरा कराया जा सकेगा। साथ ही, पारदर्शिता बनेगी, जिससे जबावदेही तय की जा सकेगी।

प्रदेश की सड़कों का हाल

सड़कें--किमी

-स्टेट हाईवे--10,465 कि.मी

-मुख्य जिला मार्ग--22,515 कि.मी

-अन्य जिला मार्ग 10,000 कि.मी