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MP News: मध्यप्रदेश में महिला एवं बाल विभाग में हर साल करोड़ों रुपए खर्च किए जा रहे हैं। ताकि बाल विवाह रोका जा सके, मगर बावजूद इसके बाल विवाह के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। इसको लेकर पूर्व मंत्री एवं राघौगढ़ विधायक जयवर्धन सिंह द्वारा विधानसभा में उठाए गए प्रश्न के चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं।
दरअसल, साल 2020 से 2025 के बीच 2916 बाल विवाह हुए हैं। जिसकी जानकारी महिला एवं बाल विभाग की मंत्री निर्मला भूरिया को नहीं है। जो कि कुछ इस प्रकार हैं-
जयवर्धन सिंह ने कहा का इन सभी प्रयासों के बावजूद अगर बाल विवाह में बढ़ोत्तरी के आंकड़े सामने आ रहे हैं, तो यह इस सरकार की नाकामी और योजनाओं की विफलता को उजागर करता है। सिंह ने स्पष्ट कहा कि यदि सरकार केवल कागज़ों पर योजनाएं चलाकर वास्तविक जमीनी कार्रवाई नहीं करेगी, तो नाबालिग बेटियों का भविष्य सुरक्षित नहीं हो सकेगा।
आगे जयवर्धन सिंह ने बताया कि जब इतने कड़े कानून और प्रावधान मौजूद हैं, तब भी बाल विवाह के मामलों का बढ़ना सरकार की नाकामी को दर्शाता है। उन्होंने मांग की कि सरकार कागज़ी कार्यवाही से बाहर निकलकर ज़मीनी स्तर पर प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित करे और नाबालिग बेटियों के भविष्य की सुरक्षा के लिए सख्त कदम उठाए।
Updated on:
02 Dec 2025 08:53 pm
Published on:
02 Dec 2025 08:51 pm
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