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टीवी ऑन करते ही डिजिटल पढ़ाई शुरू

न ब्लैकबोर्ड की जरूरत, न चॉक की झंझट। अब क्लासरूम में टीवी ऑन करते ही बच्चे नई तकनीक की मदद से डिजिटल पढ़ाई करने लगे हैं।

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टीवी ऑन करते ही डिजिटल पढ़ाई शुरू

बूंदी

बूंदी. न ब्लैकबोर्ड की जरूरत, न चॉक की झंझट। अब क्लासरूम में टीवी ऑन करते ही बच्चे नई तकनीक की मदद से डिजिटल पढ़ाई करने लगे हैं। निजी स्कूलों की तर्ज पर सरकारी स्कूलों में भी ऑनलाइन कंटेंट और आधुनिक तकनीक से पढ़ाई हो रही है। स्मार्ट पढ़ाई के प्रति बच्चों में रुचि देखी जा रही है। शिक्षा विभाग ने प्रदेश के 714 सरकारी स्कूलों को स्मार्ट लर्निंग हब के रूप में विकसित किया है। बूंदी जिले के 14 विद्यालय शामिल हैं। इन सभी हब के निर्माण पर 6 करोड़ 22 लाख 46 हजार 76& रुपए खर्च किए गए हैं। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि स्मार्ट लर्निंग हब पहल आधुनिक शिक्षा की दिशा में प्रभावी कदम है और डिजिटल कंटेंट से सीखने की क्षमता में वृद्धि होगी।

विषयों को गहराई से समझने में मिलेगी मदद
प्रदेश के उच्च माध्यमिक, उच्च प्राथमिक विद्यालयों एवं कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालयों में स्मार्ट कक्षाओं की स्थापना की गई है। प्रथम चरण में 251 विद्यालयों में स्मार्ट कक्षाएं स्थापित हुईं। द्वितीय चरण में 106 विद्यालयों में दो-दो स्मार्ट कक्षाएं तथा तृतीय चरण में प्रदेश के 714 विद्यालयों के साथ बूंदी जिले के चार कस्तूरबा गांधी टाइप-4 आवासीय छात्रावास, चार अन्य आवासीय छात्रावासों में दो-दो तथा 10 विद्यालयों में एक-एक स्मार्ट कक्षाएं स्थापित की गईं। तीन वर्ष की इंटरनेट सुविधा के साथ डोंगल, यूपीएस और डीटीएच भी उपलब्ध कराए गए हैं। बड़े स्क्रीन, वीडियो और इंटरैक्टिव कंटेंट विषयों को गहराई से समझने में विद्यार्थियों की मदद कर रहे हैं।

जिले के ये स्कूल शामिल
स्वामी विवेकानंद मॉडल स्कूल हिण्डोली, तालेड़ा, नैनवां, लाखेरी, कस्तूरबा गांधी आवासीय छात्रावास टाइप-4 तालेड़ा, केशवरायपाटन, नैनवां, हिण्डोली, राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय हिण्डोली, खटकड़, बूंदी, गुडली, अनंतगंज
और डाबी।

ऑनलाइन पढ़ रहे सभी विषय
स्मार्ट कक्षाओं के माध्यम से विद्यार्थियों को सभी विषय ऑनलाइन पढ़ाए जा रहे हैं। इससे छात्रों का सर्वांगीण विकास हो रहा है और रिक्त पदों की समस्या भी कुछ हद तक दूर हुई है। अधिकारियों के अनुसार, स्मार्ट लर्निंग हब के चलते ब‘चे उत्साह के साथ पढ़ाई कर रहे हैं। दृश्य सामग्री से सीखने की गति और समझ में वृद्धि हुई है। ऑडियो-वीडियो कंटेंट, डिजिटल बुक्स और आधुनिक शिक्षण उपकरण विषयों की बेहतर समझ विकसित कर रहे हैं।

राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद की ओर से डिजिटल शिक्षा के उद्देश्य से उच्च माध्यमिक विद्यालयों एवं कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालयों में स्मार्ट कक्षाएं स्थापित की गई हैं। इस माध्यम से विद्यार्थियों को सभी विषय ऑनलाइन पढ़ाए जा रहे हैं। इससे विद्यार्थियों का सर्वांगीण विकास हुआ है और परीक्षा परिणामों में भी वृद्धि दर्ज हुई है।
राजेश चतुर्वेदी, कार्यक्रम अधिकारी, आईसीटी समग्र शिक्षा, बूंदी