नैनवां। शहर का बस स्टैंड जो अतिक्रमणों से सिकुड़ता जा रहा
नैनवां. शहर का बस स्टैंड बदहाल होता जा रहा है। प्लेटफार्म छलनी होता जा रहा है तो अतिक्रमणों से बस स्टैंड की सीमाएं भी सिकुड़ती जा रही है। बस स्टैंड की दशा सुधारने वाला कोई नहीं है। अतिक्रमण की स्थित यह बनी हुई कि कई बार तो बसों को खड़ा करने को ठौर तक नहीं मिलती।
सिकुड़ता गया बस स्टैंड
बस स्टैंड का निर्माण हुआ था, तब बस स्टैंड पर एक भी दुकान का निर्माण नहीं था। नगरपालिका ने बस स्टैंड के चहुं ओर भूखण्ड काटकर बेचने के बाद से ही निर्माण होना शुरू हो गया। बस स्टैंड के प्लेटफार्म के चारों ओर बनी दुकानों के बाद से ही दुकानों के आगे अतिक्रमण बढ़ता गया, जो अभी जारी है। नगरपालिका को ही अतिक्रमण रोकने थे, अतिक्रमणों को रोकने की बजाए अतिक्रमणों को नियमन करती गई, जिससे बस स्टैंड सिकुड़ता गया। दुकानों के आगे बैंच, कुर्सियां, टेबल लगा रखी है। टेबल कुर्सियों के आगे ठेले लग जाते है, जिससे बसों को घूमने व निकलने तक में परेशानी आती है।
नहीं मिले पचास लाख
बस स्टैंड की दशा सुधारने के लिए मुयमंत्री की बजट घोषणा के तहत तीन वर्ष पहले स्वायत शासन विभाग ने 50 लाख रुपए की राशि भी स्वीकृत की थी। राशि से नैनवां नगरपालिका के स्वामित्व वाले 6750 वर्गमीटर में स्थित बस स्टैंड पर यात्रियों के बैठने के लिए प्रतीक्षालय, पानी, सुलभ शौचालय सहित अन्य कार्य कराने थे। कार्य के लिए रुडसिको को कार्यकारी एजेंसी बनाया था। समय पर कार्य शुरू नहीं हो पाने से राशि लैप्स हो गई।
50 से अधिक बसों की आवाजाही
नैनवां बस स्टैंड पर प्रतिदिन जयपुर व टोंक के लिए 20 बसें, कोटा व झालावाड़ के लिए दस बसे,बूंदी के लिए 10 बसें, सवाईमाधोपुर व हिंडोली के लिए दो-दो बसें टोंक, जो उनियारा, केशवरायपाटन, हिंडोली, बांसी, गोठड़ा होकर आती जाती है। साथ ही एक दर्जन मार्गो पर चलने वाली निजी बसों का ठहराव भी बस स्टैंड पर ही होता है। बसों के इंतजार में यात्रियों के बैठने के लिए पुराना यात्री प्रतीक्षालय है।
जिसकी बेंचे व दीवारें गंदी हो रही है। बस स्टैंड के प्लेटफार्म पर अतिक्रमण हो रहे है। एक साथ तीन से चार बसें आती है तो चालकों को बसों को खड़ा करने की भी ठौर नहीं मिलती। बसों से उतरने वाले यात्रियों को इधर-उधर से निकलना पड़ता है। बसों को खड़ा करने के लिए कई वर्षों पहले बनी बस स्टैंड के प्लेटफार्म की सीसी सड़क पर पग-पग पर गड्ढे होने से छलनी हो रही है। सुविधाघर भी बदहाल हो रहा है।
मरम्मत करवाई जाएगी
पालिका के पास अभी बजट का अभाव है। बजट मिलते ही बस स्टैंड की दशा सुधारी जाएगी। क्षतिग्रस्त प्लेटफार्म की मरम्मत करवाई जाएगी। अतिक्रमण को भी हटाया जाएगा।
सरिता नागर, पालिकाध्यक्ष, नैनवां
Published on:
05 Oct 2025 05:46 pm
बड़ी खबरें
View Allबूंदी
राजस्थान न्यूज़
ट्रेंडिंग