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मंडी में 48 घंटे बाद मिलेगा प्रवेश, लौटने लगे किसान

कुंवारती कृषि उपज मंडी में गुरुवार शाम को हुई बैठक के बाद में मंडी प्रशासन ने पूर्व में खरीद किए गए माल का लदान करवाने के लिए मंडी के गेट रात को नहीं खोले। ऐसे में शुक्रवार को यहां पर दिनभर किसान गेट के बाहर इंतजार करते रहे। प्लेटफार्म पर धान की बोरियों का लदान का कार्य चलता रहा।

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मंडी में 48 घंटे बाद मिलेगा प्रवेश, लौटने लगे किसान

रामगंजबालाजी. कृषि उपज मंडी में वाहनों को प्रवेश नहीं मिलने के बाद में सडक़ पर लगी वाहनों की कतार।

रामगंजबालाजी. कुंवारती कृषि उपज मंडी में गुरुवार शाम को हुई बैठक के बाद में मंडी प्रशासन ने पूर्व में खरीद किए गए माल का लदान करवाने के लिए मंडी के गेट रात को नहीं खोले। ऐसे में शुक्रवार को यहां पर दिनभर किसान गेट के बाहर इंतजार करते रहे। प्लेटफार्म पर धान की बोरियों का लदान का कार्य चलता रहा। वहीं मंडी के अंदर पूर्व में पड़े किसानों के धान की नीलामी का कार्य हो सका।

किसानों की जुबानी
कृषि उपज मंडी में बुधवार को ढेर करने के बाद में कई किसानों के धान की नीलामी का कार्य नहीं हो सका था। मगाल के किसान महावीर बैरागी ,रायथल के प्रभुलाल, रामनारायण नैनवां के रामकरण लालपुरा के ओमप्रकाश मीणा, बनवारी लाल मीणा, रवि मीणा ने बताया कि यहां पर बुधवार रात को प्लेटफार्म पर ढेर किए थे, लेकिन तीन दिन बीत जाने के बाद भी यहां पर पड़े धान की नीलामी का कार्य दोपहर तक हो सका है। नीलामी का कार्य होने के बाद में किसानों के ढेरों की तुलाई होकर माल बिक जाने के बाद किसानों ने राहत की सांस ली। हालांकि शुक्रवार को भी कई किसान मंडी से ट्रैक्टर ट्रॉली को लेकर वापस अपने घर लौटते नजर आए।

लगी वाहनों की कतार
वही दो दिन से मंडी गेट के बाहर की सडक़ पर उपज बेचने आए वाहनों की कतार नानकपुरिया गांव से आगे तक बढ़ गई। कई किसान यहां पर मध्य प्रदेश से अपनी उपज बेचने के लिए आए थे। ऐसे में उन्हें भी यहां पर अपने किराए के वाहन खड़े होने के बाद में अब 2 दिन का किराया चुकाना पड़ेगा।

नहीं हो सकी शुरुआत
वहीं कृषि उपज मंडी में पिछले कई सालों से लगातार धान के सीजन में आने वाली परेशानी को लेकर मंडी के सभी वर्ग के लोगों ने लोकसभा अध्यक्ष से मंडी में एक और गेट खोलने की मांग की थी,जिस पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के निर्देश के बाद दूसरा गेट बना दिया गया, लेकिन मंडी प्रशासन द्वारा उक्त गेट को नहीं खोले जाने के चलते सभी वाहनों का मंडी के मुख्य गेट से निकलने के चलते रोजाना जाम के हालात बनते हैं। और इसी का कारण है कि रोजाना कई घंटे तक व्यापारियों को व किसानों को अंदर घुसने व बाहर निकलने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा हैं। यदि मंडी प्रशासन द्वारा मंडी का दूसरा गेट भी खोल दिया जाए तो यहां पर अपनी ऊपर खाली करने आने वाले किसानों के खाली वाहन दूसरे गेट से निकल सके। मंडी कारोबार से जुड़े लोगों ने बताया कि मंडी प्रशासन को मंडी का दूसरा गेट खोलने की पीक सीजन में आवश्यकता है। ऐसे में मंडी प्रशासन को उक्त गेट को खोलने के प्रयास किए जाने चाहिए।