Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

गौण मंडी की 50 बीघा भूमि पर जूली फ्लोरा

नैनवां की गौण मंडी यार्ड में अब तक जिंसों की खरीद शुरू हो जानी थी, वहां पर जूली फ्लोरा का जंगल उगा पड़ा है।

less than 1 minute read
Google source verification

बूंदी

image

pankaj joshi

Oct 13, 2025

गौण मंडी की 50 बीघा भूमि पर जूली फ्लोरा

नैनवां. गौण मंडी यार्ड में उगा पड़ा जूली लोरा का जंगल व खाइयों में भरा पानी।

नैनवां. नैनवां की गौण मंडी यार्ड में अब तक जिंसों की खरीद शुरू हो जानी थी, वहां पर जूली फ्लोरा का जंगल उगा पड़ा है। गौण मंडी की 50 बीघा भूमि पर जंगल के बीच खाइयों में पानी भरा पड़ा है। कार्य समय पर पूरा हो जाता तो इस वर्ष मंडी यार्ड में जिंसों खरीद शुरू हो जाती। चार दीवारी का कार्य पूरा कराने की अवधि डेढ़ वर्ष पूर्व 26 अप्रैल 2024 को ही समाप्त हो गई। कृषि विपणन बोर्ड की ढिलाई गौण मंडी शुरू होने में रोड़ा बनी पड़ी है।

मंडी का कार्य शुरू हुआ तो इसी वर्ष से जिंसों की खरीद की उम्मीद जगी थी। क्षेत्र के किसानों, व्यापारियों व मजदूरों के लिए आर्थिक विकास की उड़ान को पंख लग जाते। ओने-पौने दामों पर उपज को बेचने वाले किसानों को उनकी उपज का उचित धाम पर बेचने का प्लेट फार्म मिल जाता तो व्यापारियों का व्यापार भी उड़ान ले चुका होता। हम्मालों के लिए रोजगार का रास्ता खुल जाता तो छोटे दुकानदारों को भी धंधा मिलना शुरू हो जाता, लेकिन कृषि विपणन बोर्ड के कार्य की ढिलाई ने सभी की उम्मीदों पर पानी फेर रखा है। कार्य आगे नहीं बढ़ने से मंडी यार्ड की आंतरिक संरचना का कार्य भी शुरू नहीं हो पा रहा।

बूंदी जिला मुख्यालय के बाद नैनवां ही सबसे पुराना उपजिला मुख्यालय है। जहां पर कपड़े व किराना का सबसे बड़ा बाजार है। कमी है तो जिंसों के खरीद के बाजार की। गौण मंडी के अभाव में जिंसों की खरीद का बाजार बनने में बाधा बना हुआ है, जिससे जिंसों का व्यापार बड़े पैमाने पर शुरू नहीं हो पा रहा। व्यापारियों को गांवों में पहुंचकर या फिर अपनी दुकानों पर ही जिंसों की खरीद करनी पड़ रही है।