
नोताडा. देवनारायण बाग की नहर के समीप भरा पानी
नोताडा. कस्बे से देईखेडा जाने वाली सड़क पर देवनारायण बाग के पास निकल रही नहर के आसपास के खेतों में बे मौसम हुई बारिश ने फिर से खेतों को पानी से भर दिया है, जिससे किसान परेशान है।
जानकारी के अनुसार यहां पानी निकासी के लिए ड्रेनेज सुविधा नहीं होने के चलते हर वर्ष किसानों को एक फसल से हाथ धोना पड़ता है। अगस्त माह में हुई बरसात में यह खेत ताल तलैया बन गए और इनमें बोई धान की फसल भी खराब हो गई। जिसके बाद किसानों ने गेहूं की फसल के लिए इन खेतों में डीजल इंजन लगाकर खाली कर दिया और दीपावली के बाद सूखने पर गेहूं की बुवाई का इंतजार था लेकिन दो दिन की बारिश से इन खेतों में फिर पानी भर गया जिससे अब फिर से पानी निकालने के लिए मशक्कत करनी पड़ रही हैं।
किसान मुकेश बोहरा ने बताया की सताईश बीघा जमीन ज्वारा काश्त की थी। बरसात के समय खेत हंकाई जुताई करके धान की बुवाई कर दी थी धान भी अच्छा उग आया था लेकिन अगस्त की बरसात से खेत भर गए, ड्रेन नहीं होने के कारण इन खेतों का पानी नहीं निकल पाया जिसके कारण फसल खेतों में ही नष्ट हो गई। पानी निकालकर गेहूं बुवाई की तैयारी में थी फिर हुई बरसात ने खेत भर दिए जिससे अब दोबारा पानी निकालना पड रहा है। अब गेहूं की बुवाई भी देरी से होगी जिसके कारण उत्पादन प्रभावित होगा।
मशीन कीचड़ में फंसने से धान नहीं कटा पाए, अब पानी भर गया
किसानों ने बताया कि देवनारायण बाग के समीप के खेतों में पानी तो निकाल दिया था, लेकिन नमी ज्यादा होने की वजह से कम्पाइन मशीनें फंस रही थी जिस वजह से धान नहीं कट पाया था। किसान खेतों को सूखने का इंतजार कर रहे थे लेकिन बरसात से वापिस धान आडा पड़कर जमीन के चिपक गया। किसानों ने बताया कि अब इन खेतों में कम्पाइन मशीनें तो अभी पन्द्रह दिन भी नहीं चल पाएगी जिस वजह से किसानों को परेशानी बनी हुई है।
Published on:
04 Nov 2025 05:40 pm
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