
चांदी ने इस साल अब तक जबरदस्त रिटर्न दिया है। (PC: Gemini)
Silver Price Outlook: सोने के साथ-साथ चांदी की कीमतों में भी आज सोमवार को तेजी देखी जा रही है। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज ऑफ इंडिया (MCX) पर चांदी की कीमतें 2 फीसदी से अधिक उछलकर एक नए रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंच गई हैं। अमेरिकी डॉलर में गिरावट और यूएस फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में और कटौती की बढ़ती उम्मीदों के चलते कीमतों में यह तेजी आई है। MCX पर चांदी की कीमत 2.09% तक उछलकर 1,78,649 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई है। जबकि MCX पर सोने की कीमत 0.99% बढ़कर 1,30,794 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई।
मार्च 2026 की डिलीवरी वाली चांदी के वायदा भाव में लगातार सातवें सेशन में तेजी देखी जा रही है। इस दौरान चांदी की कीमत में 13.5 फीसदी या 21,245 रुपये का उछाल आ चुका है। सोने और चांदी की कीमतों में तेजी को अमेरिकी डॉलर में नरमी से बल मिला है। डॉलर इंडेक्स 0.03% गिरकर 99.43 पर आ गया है, इससे वैश्विक बाजरों में सोने की कीमतों को समर्थन मिला। अमेरिकी डॉलर के मुकाबले कमजोर भारतीय रुपये ने घरेलू बाजार में सोने और चांदी की कीमतों को और बढ़ावा दिया है।
वैश्विक बाजार की बात करें, सिल्वर स्पॉट की कीमत 1.1% बढ़कर 56.99 डॉलर प्रति औंस हो गई। यह आज $57.86 के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गई थी। वहीं, गोल्ड स्पॉट की कीमत 0.1% बढ़कर 4,235.59 डॉलर प्रति औंस हो गई। दिसंबर डिलीवरी के लिए यूएस गोल्ड वायदा 0.3% बढ़कर $4,269.40 प्रति औंस पर पहुंच गया।
2025 में अब तक MCX गोल्ड ने 60% का रिटर्न दिया है। जबकि MCX सिल्वर की कीमत ने इस साल अब तक 85% का रिटर्न दिया है। इस तरह चांदी ने इस साल शानदार परफॉर्म किया है। अकेले पिछले तीन महीनों में, सोने की कीमतों में 25% की वृद्धि हुई है। जबकि चांदी की कीमतों में 40% से अधिक का उछाल आया है।
रिलायंस सिक्योरिटीज के सीनियर रिसर्च एनालिस्ट जिगर त्रिवेदी ने कहा, “आपूर्ति संबंधी चिंताओं और फेडरल रिजर्व द्वारा आगे की दर कटौती की बढ़ती उम्मीदों के बीच चांदी की कीमत में तेजी जारी रही। चीन के चांदी के भंडार एक दशक के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गए हैं। सप्लाई संकट के बीच लंदन को चांदी का भारी शिपमेंट गया है। चीन का चांदी का एक्सपोर्ट अक्टूबर में 660 टन से अधिक के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया।”
नीतिगत मोर्चे पर बात करें, तो मार्केट को दिसंबर में तीसरी फेड रेट कट होने की करीब 85 फीसदी संभावना है। साथ ही साल 2026 के आखिर तक तीन अतिरिक्त रेट कट की भी उम्मीद है। वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता, आसान मौद्रिक नीति की उम्मीदों और भौतिक आपूर्ति में कमी की वजह से अक्टूबर से ही चांदी की कीमत बार-बार नया रिकॉर्ड स्तर बना रही है। मेहता इक्विटीज के वीपी कमोडिटीज, राहुल कलांत्री ने कहा कि पिछले सप्ताह चांदी के लिए तकनीकी चार्ट "अधिक तेजी वाले" हो गए, जिससे चार्ट-आधारित सटोरिए आकर्षित हुए हैं।
सोने-चांदी की सेफ हैवन डिमांड में मजबूती बने रहने की उम्मीद है। विश्लेषकों का मानना है कि चांदी को इंडस्ट्रियल डिमांड, एक स्ट्रक्चरल सप्लाई डेफिसिट और बढ़ते निवेश प्रवाह से भी ताकत मिलेगी। जिगर त्रिवेदी ने कहा, "कॉमेक्स पर चांदी की कीमत में उछाल सप्लाई में कमी, सोलर और इलेक्ट्रॉनिक्स की बढ़ती मांग और एक सपोर्टिव इंटरेस्ट रेट बैकड्रॉप को दर्शाता है। ये सब फैक्टर्स 2026 में चांदी को सोने से आगे रख सकते हैं।"
उन्होंने आगे कहा कि सोने की केंद्रीय बैंक द्वारा खरीद एक मजबूत सपोर्ट प्रदान करती है। लेकिन चांदी का स्ट्रक्चरल डेफिसिट और टेक्नोलॉजी व क्लीन एनर्जी से डिमांड इसे ऊपर की तरफ एक मजबूत सपोर्ट देता है।
Published on:
01 Dec 2025 04:42 pm
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