
Bageshwar Dham Samuhik Vivah Kanya Vivah(फोटो: सोशल मीडिया)
Bageshwar Dham Samuhik Vivah: बागेश्वर धाम में इस बार होने वाला सामूहिक विवाह सिर्फ एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि उन बेटियों के लिए जीवन बदल देने वाला अवसर है, जिनके परिवार आर्थिक कारणों से उनका विवाह नहीं कर पा रहे थे। बागेश्वर धाम की ओर से 15 फरवरी को होने वाले आयोजन में 300 बेटियों की विदाई कराने का लक्ष्य रखा गया है। यह संख्या इस क्षेत्र में होने वाले किसी भी धार्मिक-सामाजिक विवाह कार्यक्रम की तुलना में सबसे बड़ा आयोजन माना जा रहा है।
इस बार बागेश्वर धाम में आयोजित होने जा रहा ये आयोजन खास माना जा रहा है। दरअसल इस सामूहिक विवाह (Bageshwar Dham Samuhik Vivah) के इस आयोजन को 'सेवा महोत्सव' का रूप दिया गया है। वहीं धाम की टीम इसे जीवन परिवर्तन का उत्सव कह रही है।
-1- कन्याओं की जरूरत का पूरा सेट
-2- वर-वधू परिवारों का सम्मान
-3- घर-घर जाकर पात्रता की जांच की जाएगी
-4- सुरक्षा, भोजन, आवास की विशेष व्यवस्था की जाएगी।
सामूहिक विवाह आयोजन (Bageshwar Dham Samuhik Vivah) में वर-वधू के पंजीयन की प्रक्रिया 1 दिसंबर 2025 से शुरू हो जाएगी। पंजीयन का यह कार्य केवल डिजिटल नहीं होगा, बल्कि फिजिकल मोड में भी किया जाएगा।
आवेदन के लिए बागेश्वर धाम की ओर से जारी फॉर्म को भरना होगा। आप इसे ऑनलाइन या ऑफ लाइन दोनों तरीकों से भर सकते हैं।
फॉर्म के साथ आय प्रमाण पत्र, पहचान पत्र, परिवार की आर्थिक स्थिति का विवरण, विवाह के लिए सहमति का एक पत्र भी संलग्न करना होगा।
यह इस आयोजन का सबसे महत्वपूर्ण और सबसे अलग हिस्सा है। इसके तहत बागेश्वर धाम की विशेष टीम प्रत्येक आवेदिका और आवेदक के घर-घर जाकर पात्रता की जांच करेगी। इसके तहत
-परिवार की आर्थिक स्थिति
-वास्तविक जरूरत
-पारिवारिक सहमति
-सामाजिक परिस्थिति का सत्यापन किया जाएगा।
इस सामूहिक विवाह में उन्हीं बेटियों की शादी होगी,जो बागेश्वरधाम की ओर से जारी शर्त की सही मायनों में पात्र होंगी। इस शर्त के मुताबिक बागेश्वर धाम सामूहिक विवाह आयोजन में उन्हीं बेटियों की शादी की अनुमति मिलेगी जो वास्तव में इस विवाह सहायता की जरूरतमंद होंगी। आयोजन की यही बात इस सामूहिक विवाह योजना को अन्य से अलग बनाती है।
बागेश्वर धाम में इस साल 300 जोड़ियां बनेंगी। 300 मंडप एक लाइन बनाए जाएंगे। दूल्हा-दुल्हन (Bageshwar Dham Samuhik Vivah) के लिए विशेष आराम केंद्र सुरक्षा और ट्रैफिक मैनेजमेंट टीम, हजारों श्रद्धालुओं के आवागमन के लिए अलग से रूट मैपिंग की तैयारी की जा रही है। वहीं आयोजक दावा कर रहे हैं कि इस विवाह सम्मेलन में किसी भी बेटी को दहेज की चिंता नहीं करनी पड़ेगी। किसी भी परिवार से एक रुपया भी नहीं लिया जाएगा। यानी ये विवाह पूरी तरह से खर्च मुक्त और दहेज मुक्त होगा।
कुल मिलाकर इस बार बागेश्वर धाम(छतरपुर) में आयोजित ये सामूहिक विवाह आयोजन धार्मिक आयोजन में पारदर्शिता का अनोखआ मॉडल बनाने की तैयारी है। वहीं ग्रामीण-गरीब परिवारों के लिए जीवन बदलने का सुनहरा अवसर भी।
Published on:
26 Nov 2025 04:03 pm
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