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हरपालपुर रैक प्वाइंट अस्थाई रूप से बंद: गुड्स लोडिंग ठप, पीडीएस आपूर्ति से लेकर किसानों और मजदूरों तक संकट गहराया

रैक प्वाइंट बंद होने से गेहूं की रैक फिलहाल हरपालपुर नहीं पहुंच पा रही, जिससे आगामी वितरण प्रभावित होने की आशंका बढ़ गई है।

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हरपालपुर रैक प्वाइंट पर सन्नाटा

झांसी मंडल के सबसे महत्वपूर्ण गुड्स लोडिंग स्टेशनों में शुमार हरपालपुर रेलवे स्टेशन पर स्थित वर्षों पुराना रैक प्वाइंट अचानक अस्थाई रूप से बंद कर दिया गया है। रेलवे के इस फैसले से न सिर्फ जिले की पीडीएस प्रणाली खतरे में आ गई है, बल्कि किसानों, व्यापारियों और मजदूरों की रोज़मर्रा की जिंदगी पर भी गहरा असर पडऩे लगा है।

पीडीएस वितरण व्यवस्था पर बड़ा सवाल

हरपालपुर रैक प्वाइंट के माध्यम से हर महीने देवास से बड़ी मात्रा में गेहूं की रैक आती है। जिले के करीब 3.5 लाख परिवार और लगभग 14 लाख पीडीएस उपभोक्ता इसी व्यवस्था पर निर्भर हैं। लेकिन रैक प्वाइंट बंद होने से गेहूं की रैक फिलहाल हरपालपुर नहीं पहुंच पा रही, जिससे आगामी वितरण प्रभावित होने की आशंका बढ़ गई है। डीएसओ सीताराम कोठारी ने बताया कि देवास से एक बड़ी गेहूं की रैक रास्ते में है, लेकिन स्टेशन पर अनलोडिंग नहीं हो पाने के कारण बाधित है। हालांकि जिले में लगभग 40 हजार टन गेहूं का स्टॉक मौजूद है, परंतु भविष्य में नियमित आपूर्ति प्रभावित हो सकती है।

किसानों के लिए दोहरी मार — रबी सीजन में खाद की किल्लत

रबी सीजन की शुरुआत के साथ ही यूरिया खाद की मांग बढ़ गई है। लेकिन रैक प्वाइंट बंद होने से खाद की रैक भी नहीं लग पा रही है। इससे किसान सिंचाई के बाद खाद डालने के लिए भटक रहे हैं। कई किसानों ने बताया कि निजी विक्रेताओं के पास भी स्टॉक खत्म होने लगा है, जिससे खाद के लिए लंबी लाइनें लग रही हैं।

मजदूरों की रोजी-रोटी पर संकट

रैक प्वाइंट पर लोडिंग-अनलोडिंग में प्रतिदिन सैकड़ों मजदूर काम करते हैं। इनके दैनिक श्रम पर ही उनके परिवार चलते हैं।

रैक बंद होने के बाद मजदूरों के सामने रोजग़ार का संकट खड़ा हो गया है। कई मजदूर सुबह काम पर पहुंचे तो उन्हें पता चला कि रैक बंद कर दी गई है।

व्यापारी भी अनिश्चितता के शिकार

रैक इंडेन लगाने वाले व्यापारियों का कहना है कि उन्हें रैक बंद होने की कोई आधिकारिक सूचना नहीं दी गई। कई व्यापारियों की इंडेन रैक पहले से लगी हुई थी, जो अब अटक गई है। हरपालपुर रैक प्वाइंट झांसी मंडल को हर वर्ष करोड़ों का राजस्व देता है। इसके बंद होने से जिले की सप्लाई चेन बुरी तरह प्रभावित हो गई है। पीडीएस उपभोक्ताओं से लेकर किसानों और मजदूरों तक सभी की चिंता बढ़ गई है। स्थानीय जनप्रतिनिधियों और व्यापारिक संगठनों ने रेलवे से मांग की है कि रैक प्वाइंट को जल्द से जल्द पुन: चालू किया जाए ताकि खाद्यान्न और खाद की सप्लाई सुचारू हो सके।

रेलवे का पक्ष — सुरक्षा कारणों से लिया गया निर्णय

स्टेशन प्रबंधक ने बताया कि उन्हें अभी तक बंद होने का कोई औपचारिक पत्र नहीं मिला, जबकि झांसी मंडल के जनसंपर्क अधिकारी मनोज कुमार सिंह का कहना है कि विनिर्माण विभाग का कार्य प्रगति पर है, इसी कारण रैक प्वाइंट को अस्थाई रूप से बंद किया गया है ताकि किसी दुर्घटना की संभावना न रहे।