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IND vs SA: भारत के खिलाफ डेब्यू करते ही इस वजह से खत्म हो गया था मुथुसामी का करियर, फिर हुआ कुछ ऐसा

2019 के बाद उन्हें तीसरा टेस्ट खेलने के लिए पूरे चार साल इंतजार करना पड़ा। इस दौरान उन्होंने घरेलू क्रिकेट में भारी मेहनत की और वहां के प्रदर्शन के दम पर फिर से टीम में जगह बनाई। मुथुसामी ने कहा, "2019 में हम भारत में बुरी तरह सीरीज हारे थे। उसके बाद मैंने घरेलू क्रिकेट में काफी मेहनत की और राष्ट्रीय टीम में वापसी की। ऐसे में भारत में आकर पहली पारी में प्रदर्शन करना मेरे लिए खास अनुभव है।”

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भारत

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Siddharth Rai

Nov 24, 2025

Senuran Muthusamy

दक्षिण अफ्रीकी ऑलराउंडर सेनुरन मुथुसामी ने गुवाहाटी टेस्ट में शतक जड़ा है (Photo- EspnCricInfo)

Senuran Muthusamy, India vs South Africa Test: भारतीय मूल के दक्षिण अफ्रीकी ऑलराउंडर सेनुरन मुथुसामी ने गुवाहाटी टेस्ट में शतक जड़कर सब को चौंका दिया। मुथुसामी ने सात नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए 206 गेंद पर 109 रनों की पारी खेली और दक्षिण अफ्रीका को पहली पारी में 489 रनों के मजबूत स्कोर तक पहुंचाया। भारतीय जमीन पर कमाल करने वाले मुथुसामी का कभी यहीं पर करियर खत्म होने वाला था।

भारत के खिलाफ 2019 में किया था डेब्यू

मुथुसामी को 2019 में भारतीय दौरे पर आई दक्षिण अफ्रीका की टीम में शामिल किया गया था। यहीं उन्होंने अपना अंतरराष्ट्रीय डेब्यू भी किया। लेकिन यह दौरा बेहद निराशाजनक रहा और उन्हें लगा कि उनका अंतरराष्ट्रीय करियर शायद यहीं खत्म हो गया है, और वह दोबारा कभी नहीं खेल पाएंगे। लेकिन 2025 में मुथुसामी ने वो कर दिखाया, जिसकी किसी ने कल्पना भी नहीं की थी।

पाकिस्तान के खिलाफ झतेक थे 11 विकेट

मुथुसामी ने एशियाई पिचों में कैसे खेलना है, यह उन्हें समझ आ गया। पाकिस्तान में पहले टेस्ट में 11 विकेट और दूसरे टेस्ट में नाबाद 89 रन की पारी ने उन्हें नई पहचान दी। वहीं गुवाहाटी टेस्ट में जब दक्षिण अफ्रीका ने 201 रन पर पांच विकेट खो दिये थे, तब मुश्किल स्थिति में उन्होंने टीम को संभाला और शतक लगाकर इससे उभार दिया।

गुवाहाटी टेस्ट में दूसरे दिन का खेल खत्म होने के बाद मुतुसामी बेहद भावुक थे। उन्होंने कहा, "मेरा सफर बहुत अनोखा रहा है। 2019 में भारत में डेब्यू किया और फिर मानो अंधेरे में खो गया। कई बार लगा कि दोबारा टेस्ट क्रिकेट ही नहीं खेल पाऊंगा, और भारत में तो बिल्कुल नहीं। मैं अपने परिवार, दोस्तों, कोचों और सपोर्ट स्टाफ का बेहद आभारी हूँ, जिन्होंने इस सफर में मेरा साथ नहीं छोड़ा।” उन्होंने बताया कि खेल वैज्ञानिक शेरिल कैल्डर के साथ की गई ट्रेनिंग ने उनकी परफॉरमेंस को एक नई दिशा दी।

चार साल घरेलू क्रिकेट की कड़ी तपिश में बिताए

2019 के बाद उन्हें तीसरा टेस्ट खेलने के लिए पूरे चार साल इंतजार करना पड़ा। इस दौरान उन्होंने घरेलू क्रिकेट में भारी मेहनत की और वहां के प्रदर्शन के दम पर फिर से टीम में जगह बनाई। मुथुसामी ने कहा, "2019 में हम भारत में बुरी तरह सीरीज हारे थे। उसके बाद मैंने घरेलू क्रिकेट में काफी मेहनत की और राष्ट्रीय टीम में वापसी की। ऐसे में भारत में आकर पहली पारी में प्रदर्शन करना मेरे लिए खास अनुभव है।”

तमिलनाडु से हैं मुतुसामी

मुतुसामी के पूर्वज तमिलनाडु के नागपट्टिनम से हैं। उनकी मां और आंटी वहां परिवार से मिलने गई हैं, लेकिन मुतुसामी अभी तक कभी अपने पुश्तैनी घर नहीं गए। मुतुसामी ने कहा, "मेरी जड़ें भारत में हैं लेकिन कई पीढ़ियों पहले की। मेरा परिवार दक्षिण भारत से है। कभी अवसर मिला, तो ज़रूर जाऊंगा।” मुतुसामी कहते हैं कि टीम के लिए योगदान देना ही उनकी प्राथमिकता है, चाहे वह स्पिन गेंदबाजी हो या उपयोगी बल्लेबाजी।

काइल वेरेने और यानेसन की तारीफ

उन्होंने काइल वेरेने और मार्को यानेसन की बल्लेबाजी की जमकर सराहना की। मुतुसामी ने कहा, "काइल ने नए गेंद के खिलाफ शानदार बल्लेबाजी की। सुबह का पहला घंटा मुश्किल था, लेकिन उन्होंने बेहतरीन साझेदारी की नींव रखी।” मार्को यानेसन के बारे में उन्होंने कहा, "वह एक प्राकृतिक स्ट्राइकर हैं और आज उन्होंने अपनी असली क्षमता दिखाई। दूसरे छोर से उनकी बल्लेबाजी देखना शानदार था।"