
देवदत्त पडिक्कल। (फोटो सोर्स: IANS)
Devdutt Padikkal snub: गौतम गंभीर के हेड कोच और अजीत अगरकर के चीफ सेलेक्टर बनने के बाद से टीम में लगातार फेरबदल हो रहा है और घरेलू क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन करने वाले कुछ खिलाड़ियों को मौका भी नहीं दिया जा रहा है। इसी बीच पूर्व भारतीय क्रिकेटर डोडा गणेश ने लिस्ट ए में शानदार प्रदर्शन के बावजूद देवदत्त पडिक्कल को साउथ अफ्रीका के खिलाफ वनडे सीरीज के लिए टीम से बाहर रखने पर सेलेक्टर्स पर जमकर निशाना साधा है। कर्नाटक के इस बल्लेबाज को 30 नवंबर से शुरू होने वाली तीन मैचों की सीरीज के लिए 15 सदस्यीय टीम में जगह नहीं मिली है। जबकि पडिक्कल ने घरेलू क्रिकेट में 50 ओवर के फॉर्मेट में शानदार प्रदर्शन किया है।
डोडा गणेश ने हैरानी जताते हुए कि क्या विजय हजारे ट्रॉफी में उनका प्रदर्शन वाकई मायने रखता है, लेकिन इसके बाद भी देवदत्त पडिक्कल को साउथ अफ्रीका के खिलाफ वनडे सीरीज के लिए नहीं चुना गया। पूर्व भारतीय क्रिकेटर ने बताया कि देवदत्त ने 32 लिस्ट ए मैचों में 2000 से ज्यादा रन बनाए और उनका औसत 80 के करीब रहा। गणेश ने निराशा जताते हुए कहा कि लिस्ट ए क्रिकेट में 9 शतक बनाने के बावजूद पडिक्कल अभी भी वनडे टीम के आसपास भी नहीं हैं।
बता दें कि 32 लिस्ट ए मैचों में उनके नाम 2071 रन हैं। इस दौरान उनके बल्ले से 9 शतक और 12 अर्द्धशतक आए हैं। स्ट्राइक-रेट भी 90 का ठीक-ठाक है। अगर हम उनके करियर को और देखें तो 2019-20 में अपनी पहली विजय हजारे ट्रॉफी में वह 11 मैचों में 67 की औसत से 609 रन बनाकर सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी थे।
फिर अगले साल उसी टूर्नामेंट में तो उन्होंने कमाल ही कर दिया। उसमें पडिक्कल ने 7 मैचों में 147 के औसत से 737 रन बनाए। फिर 2023-24 सीजन में उन्होंने 5 मैचों में 155 की औसत से 465 रन बनाए। वहीं, पिछले एडिशन में उन्होंने तीन पारियों में 65 के औसत से 196 रन बनाए।
रोहित शर्मा, यशस्वी जायसवाल, विराट कोहली, तिलक वर्मा, केएल राहुल (विकेटकीपर और कप्तान), ऋषभ पंत (विकेटकीपर), वाशिंगटन सुंदर, रवींद्र जडेजा, कुलदीप यादव, नीतीश कुमार रेड्डी, हर्षित राणा, रुतुराज गायकवाड़, प्रसिद्ध कृष्णा, अर्शदीप सिंह और ध्रुव जुरेल।
Updated on:
25 Nov 2025 09:27 am
Published on:
25 Nov 2025 09:24 am
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