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पृथ्वी शॉ ने मार-मार कर गेंदबाजों का किया बुरा हाल, महज इतनी गेंद में ठोका तीसरा सबसे तेज दोहरा शतक

Prithvi Shaw ने 156 गेंदों का सामना किया और 29 चौके और 5 छक्के संग 222 रन बनाए।

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Prithvi Shaw

Prithvi Shaw (File Photo- IANS)

Prithvi Shaw scored a double hundred: रणजी ट्रॉफी 2025-26 (Ranji Trophy 2025-26) के दूसरे दौर का ग्रुप-बी एलीट मुकाबला चंडीगढ़ और महाराष्ट्र के बीच खेला जा रहा है। चंडीगढ़ के सेक्टर-16 स्टेडियम में खेले जा रहे इस मुकाबले में महाराष्ट्र के 25 वर्षीय युवा बल्लेबाज पृथ्वी शॉ ने सोमवार को कमाल का प्रदर्शन करते हुए अपने खाते में एक और उपलब्धि जोड़ ली। दरअसल, उन्होंने महाराष्ट्र की ओर से चंडीगढ़ के खिलाफ तूफानी अंदाज में बल्लेबाजी करते हुए दूसरी पारी में दोहरा शतक ठोका। इसके लिए उन्होंने महज 141 गेंदों का सामना किया। हालांकि वह 156 गेंदों में 29 चौके और 5 छक्के संग 222 रन बनाकर आउट हुए।

टूटते-टूटते बचा रवि शास्त्री का रिकॉर्ड

पृथ्वी शॉ अब प्रथम श्रेणी क्रिकेट में सबसे तेज दोहरा शतक लगाने वाले तीसरे भारतीय क्रिकेटर बन गए हैं। हालांकि चंडीगढ़ के खिलाफ खेलते हुए उनके पास रवि शास्त्री (Ravi Shastri ) के रिकॉर्ड को तोड़ने का शानदार मौका था, लेकिन वह इससे चूक गए। पृथ्वी शॉ से पहले प्रथम श्रेणी क्रिकेट में रवि शास्त्री ने बड़ौदा के खिलाफ 1985 में 123 गेंद और तन्मय अग्रवाल (Tanmay Agarwal) ने 2024 में अरुणाचल प्रदेश के खिलाफ 119 गेंद में दोहरा शतक ठोका था।

महाराष्ट्र ने चंडीगढ़ को दिया जीत के लिए 464 रन का लक्ष्य

रणजी ट्रॉफी 2025-26 के दूसरे दौर के ग्रुप-बी एलीट ग्रुप-बी मैच में महाराष्ट्र ने पहली पारी में 313 रन बनाने के बाद चंडीगढ़ को 209 रन पर समेट दिया था। महाराष्ट्र ने पहली पारी के आधार पर चंडीगढ़ पर 104 रन की बढ़त बनाई थी। वहीं दूसरी पारी में महाराष्ट्र ने 3 विकेट पर 359 रन बनाकर पारी घोषित कर दी थी। इस तरह महाराष्ट्र ने चंडीगढ़ को जीत के लिए कुल 464 रन का लक्ष्य दिया है। वहीं चंडीगढ़ ने दूसरी पारी में चायकाल तक 1 विकेट के नुकसान पर 45 रन बना लिए हैं।

पृथ्वी शॉ ने मुंबई छोड़कर महाराष्ट्र से खेलने का लिया था निर्णय

फिटनेस और अनुशासन के चलते पिछले सीजन से मुंबई की रणजी टीम से बाहर किए जाने के बाद पृथ्वी शॉ ने महाराष्ट्र की तरफ से खेलने का निर्णय लिया था। उन्होंने महाराष्ट्र से जुड़ने के लिए मुंबई क्रिकेट संघ (MCA) से एनओसी की अनुमति मांगी थी, जिसे स्वीकार कर लिया गया था।