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शरद महोत्सव: तारीख पर…तारीख…पर मेला का शुभारंभ अभी तक नहीं

शरद पूर्णिमा से प्रारंभ होने वाला शरद महोत्सव मेला नवम्बर माह के प्रथम सप्ताह तक प्रारंभ नहीं हो सका। मेला में चहुंओर अव्यवस्थाएं फैली हुई हैं तो वहीं अभी भी दुकानों के लगने का दौर ही चल रहा है। मेला ठेकेदार जहां नगर परिषद पर इन अव्यवस्थाओं का ठीकरा फोड़ रहा है तो वहीं परिषद का कहना है कि वह मेला के बेहतरी के लिए कार्य कर रही है। यानी इस बार यह मेला दो चक्की के पाटों में पिसता दिख रहा है।

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शरद महोत्सव: तारीख पर...तारीख...पर मेला का शुभारंभ अभी तक नहीं Sharad Mahotsav: The fair has not yet been inaugurated on a date... but on a date.

-अव्यवस्थाओं की भेंट चढ़ता शरद माहोत्सव मेला, चहुंओर फैली समस्याएं

-मेला प्रबंधक और परिषद बोली, 6 नवम्बर से होगी विधिवत शुरुआत

-टेण्डर प्रक्रिया के तहत होंगे सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन

धौलपुर. शरद पूर्णिमा से प्रारंभ होने वाला शरद महोत्सव मेला नवम्बर माह के प्रथम सप्ताह तक प्रारंभ नहीं हो सका। मेला में चहुंओर अव्यवस्थाएं फैली हुई हैं तो वहीं अभी भी दुकानों के लगने का दौर ही चल रहा है। मेला ठेकेदार जहां नगर परिषद पर इन अव्यवस्थाओं का ठीकरा फोड़ रहा है तो वहीं परिषद का कहना है कि वह मेला के बेहतरी के लिए कार्य कर रही है। यानी इस बार यह मेला दो चक्की के पाटों में पिसता दिख रहा है।

कभी शहर की शान कहे जाने वाला शरद महोत्सव मेला अव्यवस्थाओं की भेंट चढ़ चुका है। पहले 25 अक्टूबर फिर 1 नवम्बर की तारीख मुकर्रर करने के बावजूद नवम्बर माह प्रारंभ होने के बाद भी मेला का शुभारंभ नहीं हो सका है। हालांकि मेला प्रबंधकों और नगर परिषद का कहना है कि 6 नवम्बर से मेला का विधिवत शुभारंभ हो जाएगा। यानी मेला शुभारंभ होने में केवल एक दिन का शेष ही रह गया है, लेकिन मेला में अव्यवस्थाएं चहुंओर फैली हुई हैं। अभी तक जहां नगर परिषद स्टेज की तरफ हो रहे जलभराव को भी दूर नहीं कर पाया है। परिषद ने जलभराव वाले कुछ स्थान पर जरूर मिट्टी लाकर डाल दी है, लेकिन सीवर का पानी है कि निकलने का नाम नहीं ले रहा। तो वहीं 6 नवम्बर से मेला का शुभारंभ के साथ ही कार्यक्रमों का आयोजन भी प्रारंभ हो जाएगा।

अब ऐसे में जब जलभराव की स्थिति बनी हुई तो कैसे सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित हो सकेंगे और दर्शकों के लिए बैठक की व्यवस्था कैसे होगी? परिषद का कहना है कि जलभराव की समस्या को दूर किया जा रहा है, पानी की निकासी के लिए कदम उठाए जा रहे हैं और जो पानी भरा हुआ है उसे भी जल्द निकाला जाएगा। इसके अलावा जगह-जगह गंदगी के ढेर लगे हुए हैं। यह गंदगी के ढेर दुकानों के आसपास लगे होने से उन्हें परेशानियों को सामना करना पड़ रहा है।

सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन मेला के अंत तक

शरद महोत्सव मेला का आयोजन 25 अक्टूबर से प्रायोजित था, लेकिन नवम्बर माह के प्रारंभ होने के बाद भी अभी तक मेला विधिवत शुरू नहीं हो सका है, लेकिन अब मेला प्रबंधक और नगर परिषद का कहना है कि मेला 6 नवम्बर से प्रारंभ हो जाएगा। यानी छह नवम्बर से मेला प्रारंभ के साथ कार्यक्रम भी प्रारंभ हो जाएंगे। यह कार्यक्रम केवल लोकल स्तर तक ही सीमित रहेंगे, नगर परिषद का कहना है कि राज्य स्तरीय सांस्कृतिक कार्यक्रम टेंडर के माध्यम से आयोजित किए जाएंगे। जिसके टेंडर जारी कर दिए गए हैं। इन कार्यक्रमों का परिषद मेला के आखिरी चरणों में कराने की योजना बना रहा है। जिससे मेला लंबा खिंच सके और सैलानी मेला का लुत्फ ज्यादा से ज्यादा ले सकें।

...ठेकेदारों ने और राशि जमा कराई परिषद में

शरद महोत्सव मेला का आयोजन नगर परिषद ठेका पद्धति के साथ आयोजित कराती है। जिसके लिए बाकायदा प्रति बोली प्रक्रिया अपनाकर मेला का ठेका दिया जाता है, जो कि लाखों रुपए में होता था। पिछले साल मेला का ठेका 83 लाख रुपए में दिया गया था। तो वहीं इस वर्ष का ठेका कृष्णा इंटरप्राइजेज को मिला है। नगर परिषद में हुई बोली प्रक्रिया में फर्म ने 81 लाख 71 हजार रुपए की सबसे ऊंची बोली लगाई थी। जानकारी के अनुसार फर्म ने शुरुआती किस्त के दौरान लगभग 22 लाख रुपए परिषद में जमा करा दिए थे, तो वहीं परिषद कर्मी के अनुसार कुछ और राशि भी मंगलवार को ठेकेदारों ने परिषद में जमा कराई है।

जलभराव की समस्या को दूर किया जा रहा है। मेला का शुभारंभ 6 नवम्बर से हो जाएगा। अभी लोकल स्तर पर ही कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन टेण्डर प्रक्रिया के माध्यम से कराया जाएगा। जिनका आयोजन भी 11 नवम्बर से प्रारंभ होने के आसार हैं।

-गुमान सिंह सैनी, एक्सईएन नगर परिषद