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गोंडा में पुलिस और बदमाशों के बीच हुई मुठभेड़, पांच लुटेरे गिरफ्तार, 2 के पैर में लगी गोली

गोंडा जिला छपिया पुलिस और एसओजी ने  बड़ी लूट का खुलासा करते हुए मुठभेड़ में पांच लुटेरों को पकड़ लिया। दो बदमाश पैर में गोली लJगने से घायल हुए। पुलिस ने तीन लाख रुपये, लैपटॉप, अवैध तमंचे और लूटी गई बाइक बरामद की। गिरोह के पुराने मामलों की जांच जारी है।

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Gonda

गोली लगने के बाद घायल बदमाश फोटो सोर्स पुलिस मीडिया सेल

गोंडा जिले में छपिया थाने की पुलिस और एसओजी टीम को बड़ी सफलता मिली है। 15 नवंबर की लूट में शामिल पांच लुटेरों को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया गया। दो बदमाशों के पैर में गोली लगी है। जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने लूट का सामान भी बरामद कर लिया गया है।

गोंडा पुलिस ने छपिया क्षेत्र में हुई बड़ी लूट का पर्दाफाश करते हुए पांच लुटेरों को मुठभेड़ के दौरान दबोच लिया। पुलिस और एसओजी टीम को रबिवार देर रात मुखबिर से सूचना मिली कि 15 नवंबर को एसबीआई ग्राहक सेवा केंद्र संचालक से लूट करने वाले बदमाश छपिया इलाके में किसी वारदात की फिर से तैयारी में हैं। इस सूचना पर पुलिस ने घेराबंदी की तो बदमाशों ने फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में दो आरोपियों किस्मत अली उर्फ बाबा और विकास शर्मा के दाहिने पैर में गोली लगी। दोनों को गिरफ़्तार कर उपचार के लिए अस्पताल भेजा गया। जबकि पवन वर्मा, अलीमुद्दीन और लवकुश यादव को बिना घायल हुए पकड़ लिया गया।

बदमाशों के पास से पुलिस ने 3 लाख बरामद किए

पुलिस ने लूट के तीन लाख रुपये नकद, एक लैपटॉप, दो अवैध तमंचे और वह अपाचे मोटरसाइकिल बरामद हुई। जिसे आरोपियों ने बस्ती के परशुरामपुर में लूटा था। इसी बाइक का उपयोग करके उन्होंने 15 नवंबर को तालागंज ग्रांट–इटई मार्ग पर केशव नगर ग्रांट गांव के रामकुमार वर्मा से 5 लाख रुपये और लैपटॉप लूटा था। विरोध करने पर बदमाशों ने रामकुमार वर्मा पर तमंचे से हमला भी किया था।
घटना के बाद पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल ने छपिया पुलिस, एसओजी और सर्विलांस समेत पांच टीमों का गठन किया था। लगातार तकनीकी निगरानी, मोबाइल लोकेशन और मुखबिर की सूचनाओं के आधार पर पुलिस ने पूरे गिरोह की लोकेशन ट्रेस की और आखिरकार उन्हें पकड़ लिया।

पुलिस अब पुराने मामलों की जांच में जुटी

पुलिस अब आरोपियों के पुराने मामलों की जांच कर रही है। शुरुआती पूछताछ में पता चला है कि गिरोह कई जिलों में सक्रिय रहा है और अवसर देखकर राहगीरों व व्यापारियों को निशाना बनाता था। पुलिस का कहना है कि गिरोह के अन्य संभावित साथियों की भी पहचान की जा रही है।