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Hoarding शहर में जंग लगे पाइप पर होर्डिंग व यूनिपोल, हटाने में निगम का छूट रहा पसीना

शहरभर में विभिन्न स्थानों पर जंग लगे पाइप पर होर्डिंग व यूनिपोल लगा रखे हैं। साथ ही पुराने डिजाइन के खतरनाक हो चुके होर्डिंग स्ट्रक्चर हटाने में भी नगर निगम के अधिकारियों के हाथ कांप रहे हैं।

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hoarding शहरभर में विभिन्न स्थानों पर जंग लगे पाइप पर होर्डिंग व यूनिपोल लगा रखे हैं। साथ ही पुराने डिजाइन के खतरनाक हो चुके होर्डिंग स्ट्रक्चर हटाने में भी नगर निगम के अधिकारियों के हाथ कांप रहे हैं।

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hoarding शहरभर में विभिन्न स्थानों पर जंग लगे पाइप पर होर्डिंग व यूनिपोल लगा रखे हैं। साथ ही पुराने डिजाइन के खतरनाक हो चुके होर्डिंग स्ट्रक्चर हटाने में भी नगर निगम के अधिकारियों के हाथ कांप रहे हैं। क्योंकि ये होर्डिंग वालों से दोस्ती निभा रहे हैं और इसमें इन्हें नेताजी का भी भरपूर साथ मिल रहा है। वहीं नेताजी को भी आए दिन यूनिपोल और होर्डिंग में मुफ्त में टंगने की आदत लगी हुई है। वहीं होर्डिंग एजेंसियां इसका भरपूर फायदा उठा रहा है। यही कारण है कि निगम कर्मचारी खतरनाक होर्डिंगों पर कार्रवाई से बच रहे हैं। शहर के पुरानी छावनी, रायरु, गोलपहाडिय़ा तिराह,बड़ा गांव खुरैरी सहित विभिन्न स्थानों पर अभी भी होर्डिंग व यूनिपोल लगे हुए है।

निजी प्लाट व भवन में भी तान दिए होर्डिंग-यूनिपोल

लागत बचाने के लिए पुरानी डिजाइन के ज्यादातर होर्डिंग स्ट्रक्चर कबाड़ के जंग वाले लोहे से बनते हैं। किसी भी वेल्डिंग वाले के यहां लोहे के कम गेज वाले चौकोर पाइप की वेल्डिग कराकर होर्डिंग का स्ट्रक्चर तैयार कर लिया जाता है। नगर में प्रचार एजेंसियों को ऐसा करते देखकर लोग अपने प्राइम लोकेशन के प्लाट-भवन में होर्डिंग तान दे रहे हैं। ऐसे होर्डिंग स्ट्रक्चर और भी ज्यादा खतरनाक है क्योंकि उनके निर्माण में किसी स्ट्रक्चर इंजीनियर का मार्गदर्शन भी नहीं लिया जाता। बड़ा सवाल ये भी है कि निगम के अधिकारी ऐसे प्राइवेट संपत्ति पर होर्डिंग लगाने वालों पर इतने सालों से कार्रवाई करने की हिम्मत क्यों नहीं जुटा पा रहे हैं।

निजी प्लाट व भवन में भी तान दिए होर्डिंग-यूनिपोल

लागत बचाने के लिए पुरानी डिजाइन के ज्यादातर होर्डिंग स्ट्रक्चर कबाड़ के जंग वाले लोहे से बनते हैं। किसी भी वेल्डिंग वाले के यहां लोहे के कम गेज वाले चौकोर पाइप की वेल्डिग कराकर होर्डिंग का स्ट्रक्चर तैयार कर लिया जाता है। नगर में प्रचार एजेंसियों को ऐसा करते देखकर लोग अपने प्राइम लोकेशन के प्लाट-भवन में होर्डिंग तान दे रहे हैं। ऐसे होर्डिंग स्ट्रक्चर और भी ज्यादा खतरनाक है क्योंकि उनके निर्माण में किसी स्ट्रक्चर इंजीनियर का मार्गदर्शन भी नहीं लिया जाता। बड़ा सवाल ये भी है कि निगम के अधिकारी ऐसे प्राइवेट संपत्ति पर होर्डिंग लगाने वालों पर इतने सालों से कार्रवाई करने की हिम्मत क्यों नहीं जुटा पा रहे हैं।

पुरानी बसाहट में ज्यादा खतरा

लोगों के भवन के छत, प्लाट व दीवार में पुराने डिजाइन के होर्डिंग स्ट्रक्चर लगातार तनते ही जा रहे हैं। पुरानी बसाहट वाले इलाकों जैसे सेवा नगर, जीवाजीगंज, गोलपहाडिय़ा, बिरला नगर, पुरानी छावनी, बड़ागांव-खुरैरी, मुरार सहित कई ऐसे इलाकों में होर्डिंग की संख्या सर्वाधिक है। मनमाने डिजाइन व स्ट्रक्चर पर बने यह होर्डिंग खतरनाक तो हैं ही शहर की तस्वीर भी बिगाड़ रहे हैं। इसके बावजूद उन्हें हटाने की कार्रवाई नहीं की जा रही है।

यहां शासकीय भूमि पर लगे अवैध यूनीपोल, होर्डिंग का साइज भी बढ़ा, आयुक्त दिखाए सख्ती तो बढ़े राजस्व

नगर निगम सीमा क्षेत्र के विनय नगर शहीद सरमन सिंह पार्क के सामने लगे होर्डिंग का साइज दी गई अनुमति से काफी बढ़ा है। इसी तरह रायरु तिराह पर लगे शासकीय भूमि पर यूनिपोल अवैध रूप से लगा हुआ है। इसके अलावा बेला की बावड़ी, गोलपहाडिय़ा तिराह पर भी अवैध रूप से होर्डिंग्स व यूनिपोल लगे हुए हैं। यदि नगर निगम आयुक्त सख्ती दिखाए और अवैध होर्डिंग्स व यूनिपोल पर कार्रवाई करें तो निगम का राजस्व बढ़ सकता है।