Heart Attack In Bengaluru Flight | Grok AI से निर्मित फोटो
Heart Attack In Flight : आजकल हार्ट अटैक जैसे मामले सामने आ रहे हैं। इसी बीच एक और हार्ट अटैक घटना सामने आई है। करीब दो सप्ताह पहले एक व्यक्ति को फ्लाइट में बैठते ही दिल का दौरा (Heart Attack) पड़ा। व्यक्ति के इलाज में 5 घंटे की देरी हुई जिसे मेडिकल की भाषा में ‘Widow’s Call’ कहते हैं। फिर भी, पीड़ित शख्स को बचा लिया गया। इस मामले में Apple Watch, Whoop पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं। ये घटना है रिलायंस फैशन एंड लाइफस्टाइल की वाइस प्रेसिडेंट मिनल श्रीवास्तव के पति की।
मिनल श्रीवास्तव ने पूरी घटना को सोशल मीडिया (लिंक्डइन) पर शेयर किया है। वो लिखती हैं कि पिछले हफ्ते मेरे पति बैंगलोर जाने वाली फ्लाइट में थे। फ्लाइट में बैठते ही उन्हें हार्ट अटैक हुआ। शुरुआती लक्षण बिल्कुल वैसे ही थे जैसे किताबों में पढ़ते हैं या अक्सर सुनते हैं- तेज पसीना आना, बाजुओं में दर्द, सांस लेने में तकलीफ आधि। जैसे ही उन्होंने एयरहोस्टेस को इसकी जानकारी दी, पायलट खुद उनके पास आए और भरोसा दिलाया कि उन्हें तुरंत मेडिकल सपोर्ट मिलेगा, एम्बुलेंस तक इंतजाम हो जाएगा और पूछा कि क्या वे फ्लाइट से उतरना चाहते हैं।
इसके लिए उन्होंने कहा- “मुझे 5 मिनट सोचने के लिए दें।” उन पांच मिनटों में वो खुद को सामान्य करने की कोशिश किए, अपनी दोनों कलाई पर बंधी घड़ियों- एक Apple Watch और एक WHOOP- को देखा, उन घड़ियों पर कुछ भी असामान्य नहीं दिख रहा था। इसके बाद वो अपने बेटे के बारे में सोचकर इलाज कराने का फैसला लिए। उन्होंने फैसला लिया- “मैं घर जाना चाहता हूं।” इस फैसला के कारण सर्जरी पांच घंटे की देरी के बाद हुई। इसे मेडिकल जगत में ‘Widow’s Call’ कहते हैं।
मिनल ने Apple Watch और WHOOP पर सवाल उठाया है। वो कहती हैं कि उनकी कलाई पर बंधी दो डिवाइस 'झूठी' हैं। क्योंकि, उनके पति को गंभीर हार्ट अटैक आने पर भी नॉर्मल संकेत ही दिए, किसी तरह का अलार्म नहीं मिला। अगर वो इन हेल्थबैंड के भरोसे होते तो सबकुछ बिखर जाता। इस बात को सोचकर वो डर जाती हैं।
हालांकि, वो ये भी कहती हैं कि मैं मार्केटिंग में बीस साल से अधिक काम कर चुकी हूं। मुझे पूरा यकीन है कि दोनों ब्रांड्स ने अपने लीगल डिस्क्लेमर में सब कुछ साफ लिखा होगा, ताकि किसी तरह की जिम्मेदारी उन पर न आए। लेकिन जो इंसान सालों से इन डिवाइस को अपनी कलाई पर बांधे हुए था, वह इस सच से अनजान रहा कि असली समय पर इनमें से कोई भी डिवाइस अलार्म नहीं बजाने वाली।
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मिनल ने ये भी लिखा है कि हर किसी को हार्ट अटैक नहीं होगा, लेकिन मेरा सिर्फ एक सवाल है- कितने लोग जो इन डिवाइस को यूज करते हैं, सचमुच मानते हैं कि अगर उन्हें कभी हार्ट अटैक हुआ, तो ये डिवाइस अलार्म बजाएगी और उन्हें सही फैसला लेने में मदद करेंगी?
कार्डियोलोजिस्ट डॉ. गौरव सिंघल का कहना है कि हार्ट अटैक आने पर देरी करने से मौत हो सकती है। इसकी तुलना में कार्डियक अरेस्ट से जल्दी मौत होती है। साथ ही मृतकों की संख्या भी कार्डियक अरेस्ट से ज्यादा है। इसलिए, अटैक आने पर किसी डिवाइस के भरोसे ना रहे और जल्द इलाज कराएं।
इस संबंध में पत्रिका की बातचीज डॉ. हिमांशु गुप्ता, फिजिशियन से हुई। उनका कहना है कि हेल्थ बैंड या फिटनेस बैंड रियल टाइम हेल्थ की स्पष्ट जानकारी नहीं दे सकते। उनके भरोस रहने से जान तक जा सकती है। इसलिए, समय-समय पर मेडिकल जांच कराएं, तब जाकर स्वास्थ्य की सही जानकारी मिल सकती है।
Updated on:
17 Sept 2025 12:17 pm
Published on:
16 Sept 2025 03:07 pm
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