
Effects of sleeping less than 6 hours|फोटो सोर्स –Freepik
Less Sleep At Night: हमारी तेज-तर्रार मॉडर्न लाइफ में रात की कम नींद सिर्फ थकान ही नहीं बढ़ाती, बल्कि आपके शरीर का पूरा संतुलन बिगाड़ सकती है। जब नींद पूरी नहीं होती, तो मेटाबॉलिज्म धीमा पड़ जाता है, बार-बार भूख लगती है और वजन भी तेजी से बढ़ सकता है। लंबे समय तक ऐसा चलता रहे तो शरीर तनाव, हार्मोनल गड़बड़ी और लो एनर्जी का शिकार होने लगता है। इसलिए अगर आप भी देर रात तक जागने की आदत में फंसे हुए हैं, तो सावधान हो जाइए कम नींद आपके हेल्थ गोल्स को चुपचाप नुकसान पहुंचा सकती है।
कम नींद मेटाबॉलिज्म को धीमा कर देती है, जिससे शरीर ऊर्जा को सही तरह इस्तेमाल नहीं कर पाता। बार-बार भूख लगना, मीठा खाने की क्रेविंग और वजन बढ़ना इसी का नतीजा है।
जो लोग लगातार सिर्फ 5–6 घंटे सोते हैं, उनमें प्री-डायबिटीज़ और टाइप-2 डायबिटीज का खतरा लगभग दोगुना पाया गया है। कम नींद वाले युवाओं का BMI भी समय के साथ अधिक देखा गया है।
रोज की कम नींद दिमाग की सफाई प्रक्रिया को प्रभावित करती है। इससे दिमाग में जमा वेस्ट-प्रोडक्ट्स ठीक से साफ नहीं हो पाते।धीरे-धीरे याददाश्त, ध्यान और सोचने-समझने की क्षमता पर असर पड़ता है।कम नींद से चिड़चिड़ापन, ध्यान भटकना और निर्णय लेने की क्षमता कमजोर होना आम बात है।
नींद दिल के लिए मरम्मत का समय होती है। लेकिन नींद कम हो जाए, तो दिल और धमनियों पर तनाव बढ़ने लगता है।कम सोने वाले लोगों में ब्लड प्रेशर बढ़ने, हार्ट ब्लॉकेज, और स्ट्रेस लेवल ज्यादा होने का जोखिम अधिक मिलता है।
नींद शरीर की "रिपेयर फैक्ट्री" की तरह काम करती है।जब आप कम सोते हैं, तो इम्यून सिस्टम कमजोर होने लगता है।
इसके कारण बार-बार सर्दी-जुकाम, जल्दी थकान और शरीर में सूजन की समस्या बढ़ सकती है।
कम नींद की वजह से ग्रोथ हार्मोन और थायरॉयड हार्मोन जैसे जरूरी हार्मोन उचित मात्रा में रिलीज नहीं हो पाते।
इससे मांसपेशियों, हड्डियों, त्वचा और शरीर की हीलिंग क्षमता पर बुरा असर पड़ता है।
Published on:
14 Nov 2025 11:34 am
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