University reveals conspiracy to create Gen Z movement in MP (IANS) Demo Pic
Gen Z Protest- हाल ही में नेपाल में हुए Gen Z प्रोटेस्ट से दुनियाभर में खलबली मची हुई है। इससे पहले भारत के दो अन्य पड़ौसी देशों बांग्लादेश और श्रीलंका में भी युवा आंदोलनों ने सरकारों को उखाड़ फेंका था। युवाओं के इस आक्रोश को एमपी में भी भुनाने की कोशिश की गई। प्रदेश के इंदौर में देवी अहिल्या विश्वविद्यालय (DAVV) की एंटी रैगिंग कमेटी ने इस षड़यंत्र का खुलासा किया है। कमेटी का कहना है कि यूनिवर्सिटी के इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (IET) में Gen Z आंदोलन की तैयारी की गई थी। इसके लिए सीनियर्स ने फर्स्ट ईयर के स्टूडेंट पर जबर्दस्त दबाव बनाया था। कमेटी ने DAVV प्रबंधन से आरोपी स्टूडेंट के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की सिफारिश की है। यूनिवर्सिटी की एंटी रैगिंग कमेटी की रिपोर्ट के इस खुलासे से हड़कंप मच गया है।
सीनियर्स ने नेपाल की तर्ज पर आंदोलन करने के लिए फर्स्ट ईयर के स्टूडेंट को तैयारी करने को कहा। इसके लिए सोशल मीडिया के समुचित इस्तेमाल की बात कही। फर्जी ईमेल आईडी और ट्विटर अकाउंट बनाकर खास हैशटैग वायरल करने और मैसेजेस रीट्वीट करने के निर्देश दिए। हॉस्टल के सीसीटीवी कैमरे तोड़ने की बात भी हुई थी। जब जूनियर स्टूडेंट ने ऐसा करने से मना कर दिया तो उन्हें बैच आउट करने की धमकी दी।
DAVV की एंटी रैगिंग कमेटी की जांच रिपोर्ट के अनुसार एक जूनियर उमंग अग्रवाल के “सीनियर इंट्रोडक्शन” नामक वॉट्सएप ग्रुप में आंदोलन के लिए जरूरी निर्देश पोस्ट किए गए। एक सीनियर अमन पटेल के निर्देश पर जूनियर स्टूडेंट विवेक शर्मा ने स्टूडेंट के मोबाइल से मैसेजेस डिलीट कराए। बताया जा रहा है कि IET के सीनियर स्टूडेंट ने जूनियर्स को हॉस्टल नियमों का हवाला देकर दबाव बनाया।
DAVV यूनिवर्सिटी की एंटी रैगिंग कमेटी ने जांच रिपोर्ट में आरोपी स्टूडेंट के खिलाफ BNS की संबंधित धाराओं के अंतर्गत एफआईआर दर्ज करने की सिफारिश की है। कमेटी ने आरोपी सीनियर्स पर रैगिंग, जूनियर्स को धमकाने, फर्जी आईडी बनवाने, यूनिवर्सिटी में विरोधी माहौल तैयार करने और डिजिटल साक्ष्य मिटाने जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं।
Published on:
30 Sept 2025 02:31 pm
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