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सोनम के समर्थन में गोविंद रघुवंशी, शूर्पणखा पुतला दहन में सोनम के चेहरे पर जताई आपत्ति

Sonam Raghuvanshi: मध्यप्रदेश के इंदौर में दशहरे से पहले पुतला दहन को लेकर बवाल मचा हुआ है। इस हंगामे के पीछे की वजह है '11 मुखी शूर्पणखा'। सोनम के भाई गोविंद रघुवंशी ने इस आयोजन पर कड़ी आपत्ती जताई है।

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Sonam Raghuvanshi Shurpanakha effigy burning on Dussehra indore

Sonam Raghuvanshi Shurpanakha effigy burning on Dussehra indore

Sonam Raghuvanshi:मध्यप्रदेश के इंदौर में दशहरे से पहले पुतला दहन को लेकर बवाल मचा हुआ है। इस हंगामे के पीछे की वजह है '11 मुखी शूर्पणखा'। दरअसल शहर में एक सामाजिक संस्था ने रावण की जगह 11 मुखी शूर्पणखा का पुतला जलाने का निर्णय लिया है। संस्था पौरुष की ओर से महालक्ष्मी ग्राउंड में होने वाले इस कार्यक्रम में रावण और उसके दस सिर की बजाय उन महिलाओं के चेहरे पुतले पर लगाए जाएंगे, जो पति की हत्या के आरोप में जेल जा चुकी हैं या मामलों में आरोपी हैं। इन महिलाओं में राजा रघुवंशी हत्याकांड की आरोपी सोनम रघुवंशी का चेहरा भी शामिल है, जिसे लेकर अब विवाद बढ़ गया है। सोनम के भाई गोविंद रघुवंशी ने इस आयोजन पर कड़ी आपत्ति जताई है।

सोनम के समर्थन में गोविंद रघुवंशी

राजा रघुवंशी हत्याकांड के बाद गोविंद रघुवंशी ने अपनी बहन सोनम को सजा दिलाने की बात कही थी। लेकिन अब उनका रुख बदल गया है। गोविंद लगातार सोनम को जमानत दिलाने का प्रयास कर रहे हैं। इस बीच गोविंद ने संस्था पौरुष के आयोजन का भी विरोध किया। बुधवार को उन्होंने इंदौर कलेक्टर शिवम वर्मा से मिलकर इस आयोजन पर कड़ी आपत्ती जताते हुए शिकायत दर्ज कराई।

ये मानसिक उत्पीड़न जैसा है

गोविंद का कहना है कि, सोनम पर अभी मुकदमा चल रहा है और अदालत की ओर से अभी तक उसे दोषी नहीं ठहराया गया है। ऐसे में उसका चेहरा सार्वजनिक रूप से पुतले पर लगाना गलत है और ये मानसिक उत्पीड़न जैसा है। कानूनी तौर पर ये गलत है और इससे सोनम की छवि खराब की जा रही है। वहीं गोविंद के अलावा रघुवंसी समाज ने भी इस आयोजन का विरोध किया है। समाज के प्रतिनिधियों का कहना है कि किसी भी सार्वजनिक मंच पर बुराई को दर्शाने के लिए 'रघुवंशी' नाम का प्रयोग आपत्तिजनक है।

11 मुखी शूर्पणखा में लगेगी इन महिलाओं की फोटो


  1. सोनम रघुवंशी (इंदौर) - राजा रघुवंशी की हत्या की आरोपी




  2. मुस्कान (मेरठ) - नीले ड्रम में पति की हत्या का मामला




  3. हर्षा (राजस्थान)




  4. निकिता सिंघानिया (जौनपुर)




  5. सुष्मिता (दिल्ली)




  6. रविता (मेरठ)




  7. शशि (फिरोजाबाद)




  8. सूचना सेठ (बेंगलूरु)




  9. हंसा (देवास)




  10. चमन उर्फ गुडिसा (मुंबई)




  11. प्रियंका (औरैया)

इंदौर की पौरुष संस्था कर रही आयोजन

संस्था पौरुष के अध्यक्ष अशोक दशोरा ने बताया कि सवाल रावण का नहीं, बल्कि बुराई का अंत है। इसीलिए इस बार रावण दहन की जगह शूर्पणखा(Shurpanakha effigy) का दहन किया जाएगा। उनका कहना है कि जो महिलाएं अपने पति की हत्या करती हैं, वे समाज की सबसे बड़ी बुराई हैं। इस संदेश के लिए 11 मुखी पुतला तैयार किया जा रहा है।

राजा रघुवंशी के परिवार को आमंत्रण

कार्यक्रम के अंतर्गत शूर्पणखा और उसकी ‘सेना’ का जुलूस भी निकाला जाएगा। दहन का समय शाम 6.30 बजे तय किया गया है। आयोजन में आरोपी पत्नी सोनम के पति राजा रघुवंशी के परिवार को भी आमंत्रित किया गया है।