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पेन्शनर्स को दवा नहीं मिलने पर जताया रोष, कलेक्टर को सौंपा मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन

आरजीएचएस योजना के तहत दवाइयों की आपूर्ति बंद होने से त्रस्त पेन्शनरों ने एक दिवसीय धरना देकर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा।

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आरजीएचएस योजना के तहत दवाइयों की आपूर्ति बंद होने से त्रस्त पेन्शनरों ने एक दिवसीय धरना देकर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। सहकारी उपभोक्ता भंडार और अनुबंधित दवा दुकानों की ओर से दवाइयां उपलब्ध नहीं कराने से बुजुर्गों को छह माह से लगातार परेशानी झेलनी पड़ रही है।

जिलाध्यक्ष आनंद जगानी के अनुसार पेंशनर दवा के लिए महीनों से दुकान-दुकान भटक रहे हैं, लेकिन अधिकारियों को कई बार अवगत कराने और लिखित शिकायतें देने के बाद भी समस्या जस की तस बनी हुई है।
जिला मंत्री कमल भाटिया ने बताया कि परमानंद कपटा की अगुवाई में प्रतिनिधि मंडल ने कलेक्टर से मुलाकात की और दवा संकट की वास्तविक स्थिति प्रस्तुत की।

परमानंद कपटा ने कहा कि सहकारी भंडार सरकार से भुगतान नहीं मिलने का हवाला देकर दवा देने से इनकार कर रहा है, जबकि प्रदेशभर में सहकारी भंडार आरजीएचएस योजना के तहत दवाएं उपलब्ध कराने के लिए बाध्य हैं। जैसलमेर में भंडार प्रबंधकों की उदासीनता के चलते लंबे समय से दवाइयों की आपूर्ति ही नहीं मंगाई गई। निजी अनुबंधित दुकानों ने भी इसी आधार पर दवा वितरण रोक रखा है।पेंशनर्स ने इस स्थिति को तुरंत सुधारने और दवा उपलब्धता सुनिश्चित करने की मांग रखी। धरने में बड़ी संख्या में पेन्शनर शामिल हुए, जिनमें रमनलाल पवार, ओमप्रकाश केवलिया, मोहनलाल भाटिया, रामचंद्र गोपा, प्रेमसिंह, मूलशंकर बिस्सा, बंशीधर पुरोहित, आनंद पुरोहित, महेश व्यास, नंदलाल व्यास, शिवरतन पुरोहित, जेठमल जिनगर और मोहनलाल पुरोहित प्रमुख रूप से शामिल रहे।