
-कक्षा कक्ष जर्जर, दो शिफ्ट में चल रहा स्कूल
- पास में गढ़ भवन में मिल सकते हैं कुछ कमरे तो पढ़ाई नहीं होगी बाधित
झालावाड़.शहर के महारानी बृजकंवर राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय में इन दिनों कक्षा कक्षों की कमी व भवन जर्जर होने से राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय मंगलपुरा में दूसरी पारी में चलाया जा रहा है। ऐसे में महारानी बृजकंवर स्कूल की छात्राओं के अभिभावकों में भारी रोष है। आए दिन अभिभावक टीसी का दबाव बना रहे है,ऐसे में स्कूल प्रशासन भी दुविधा में है। अभिभावक बालिकाओं की शाम तक सुरक्षा को लेकर चिंता में है। कई लोग काम पर जाते हैं, ऐसे में उन्हे भी शाम को बालिकाओं को स्कूल लेने पहुंचने में देरी हो रही है। भीषण गर्मी में छात्राएं परेशान- भीषण गर्मी के चलते छात्राओं को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। दोपहर 12.30 से शाम छह बजे तक दूसरी पारी में स्कूल होने से कई अभिभावक टीसी तक लेने पहुंच रहे हैं। इस परेशानी की ओर समय रहते ध्यान नहीं दिया गया तो कई छात्राओं की टीसी कट सकती है।
ेमहारानी बृजकंवर स्कूल में पढऩे वाली छात्राओं के अभिभावक मुकेश कुमार, इस्लाम, प्रमोद कुमार ने बताया कि स्कूल के कुछ कक्ष जर्जर अवस्था में है। जब तक उनका काम नहीं होता है वहां तक महारानी स्कूल को गढ़ भवन में संचालित सायबर थाने में स्कूल सुबह की शिफ्ट में ही संचालित किया जा सकता है।अब थाना महिला थाने के ऊपर चला गया है। ऐसे में स्कूल के पास में ही बालिकाओं को सुरक्षित स्थान पर अध्ययन की सुविधा मिल सकेंगी साथ ही भीषण गर्मी में उनकी पढ़ाई भी बाधित नहीं होगी।
कक्षा 10 में करीब 100 एवं कक्षा 12 में 45 छात्राएं हैं,ऐसे हालात में सुचारू रूप से अध्ययन नहीं होने से उन्हे बोर्ड परीक्षा परिणाम प्रभावित होने का डर सता रहा है। वहीं नामांकन भी इसी परेशानी के चलते प्रभावित हुआ है। छात्राओं ने बताया कि उमसभरी भीषण गर्मी में बेहाल है। दोपहर से शाम तक स्कूल में पढऩे से पूरा दिन खराब हो रहा है। घर पर अध्ययन का ही समय नहीं मिल रहा है। अन्य छात्राओं का स्कूल सुबह से दोपहर 1 बजे तक होने से उन्हे भी यही समय रास आ रहा है। विद्यालया को सायबर थाने में संचालित किया जाएं तो 450 छात्राओं को सुचारू रूप से अध्ययन की सुविधा मिलेगी।
महारानी बृजकंवर राजकीय बालिका माध्यमिक विद्यालय का समय दोपहर 12.30 से शाम 6 तक होने से छात्राओं को घर पहुंचने में अंधेरा हो जाता है।
-दूसरी तरफ विद्यालय प्रशासन को भी मॉनिटरिंग में परेशानी हो रही है।
-हाल ही में बालिका स्कूल मंगलपुरा में एक तीसरा विद्यालय और शिफ्ट कर दिया गया है, ऐसी स्थिति में एक बिल्डिंग में तीन विद्यालय सुचारू रूप से संचालित किया जाना संभव नहीं है।
- बालिका विद्यालय में कक्षा 9 से 12 तक की करीब 350 छात्राओं के लिए मात्र तीन कमरे उपलब्ध करवाए गए हैं। ऐसे में इतनी छात्राओं का तीन कमरों में अध्ययन हो पाना संभव नहीं है।
-छात्राओं को सेक्शन वाइज नहीं बिठाया जा रहा है। ऐसे में पढ़ाई बाधित होने से अभिभावकों में खासा रोष है।
-महारानी बृजकंवर बालिका विद्यालय की मरम्मत व जीर्णोद्धार कक्षा कक्षाओं पर प्लास्टर इत्यादि करवा कर स्वयं के विद्यालय को सही करवाया जाएं।
महारानी बृजकंवर बालिका विद्यालय की छात्राओं को पढ़ाई में परेशानी आ रही है, तो इस बारे में झालरापाटन सीबीईओ से बात कर समस्या का समाधान करने का प्रयास करेंगे। क्या वैकल्पिक व्यवस्था हो सकती है। स्कूल में नामांकन ज्यादा है, इसलिए दूसरी पारी में संचालित किया जा रहा है। स्कूल का भी मरम्मत आदि के लिए दूबारा दिखवाया जाएगा।
Published on:
21 Sept 2025 12:02 pm
बड़ी खबरें
View Allझालावाड़
राजस्थान न्यूज़
ट्रेंडिंग

