
Sir work negligence in katni
कटनी. मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के दौरान मतदाताओं से गणना पत्रक संग्रहण के साथ ही डिजिटलाइजेशन का कार्य किया जा रहा है। कहीं बीएलओ मतदाताओं के घर पहुंचकर गणना पत्रक लेकर डिजिटलाइजेशन कर रहे हैं तो कहीं चौक-चौराहों पर मतदाताओं के साथ बैठक बीएलओ गणना पत्रक भरवा रहे हैं। दूसरी ओर शहर में वार्डों के पार्षद भी सक्रिय हैं और मतदाताओं की जानकारी खोजकर उन्हें बता रहे हैं। जानकारी के अनुसार जिले में अबतक 61.31 फीसदी डिजिटलाइजेशन का कार्य पूरा हो चुका है। दूसरी ओर एसआईआर का कार्य समयसीमा में कराने को लेकर अधिकारी भी लगातार मॉनीटरिंग कर रहे हैं। मुड़वारा विधानसभा में डिजिटलाइजेशन का कार्य बुरी तरह से पिछड़ रहा है। शहरी क्षेत्र में जहां नगरनिगम तो वहीं अन्य अधिकारियों पर भी इसकी जिम्मेदारी है लेकिन यहां कार्य अन्य विधानसभा से सबसे पीछे हैं।
दूसरी ओर गणना पत्रक संग्रहण के साथ ही डिजिटलाइजेशन का कार्य में लापरवाही भी सामने आर ही हैं। अनुविभागीय अधिकारी राजस्व विधानसभा क्षेत्र मुड़वारा प्रमोद कुमार चतुर्वेदी ने मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण कार्य में रूचि नहीं लेने और कमजोर प्रगति वाले 17 बीएलओ सुपरवाइजर और 61 बीएलओ को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। एसडीएम ने मतदान केन्द्र क्रमांक 61 से 80 के नोडल अधिकारी और अनुविभागीय अधिकारी पीएचई जितेन्द्र गुप्ता द्वारा प्रगति न्यून होने और फ़ोन नहीं उठाने पर कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। इनसे 24 नवंबर को समक्ष में उपस्थित होकर जवाब देने के निर्देश दिए गए हैं। मतदान केंद्रों में बीएलओ एप में गणना पत्रकों के डिजिटाइजेशन का कार्य 40 प्रतिशत से कम होने पर 17 बीएलओ सुपरवाइजर को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। इन सभी से ए ईआरओ के समक्ष जवाब देने के निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा मतदान केंद्रों में बीएलओ एप में गणना पत्रकों के डिजिटाइजेशन का कार्य 30 प्रतिशत से कम होने पर मुड़वारा विधानसभा क्षेत्र के 61 बीएलओ को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। इन सभी को एईआरओ के समक्ष में उपस्थित होकर जवाब देने के निर्देश दिए गए हैं।
निगमायुक्त तपस्या परिहार ने बताया कि मतदाता, नागरिक गणना पत्रक भरने के दौरान वर्ष 2003 की मतदाता सूची संबंधी जानकारी आसान स्टेप्स के साथ ऑनलाइन कुछ ही मिनटों में खोज सकते हैं। इसके लिए वर्ष 2003 के पोलिंग बूथ की सूची ऑनलाइन डाउनलोड की जा सकती है या नाम और पिता के नाम से उस समय की विधानसभा क्षेत्र की जानकारी प्राप्त की जा सकती है। निगमायुक्त सुश्री परिहार ने बताया कि मतदाता ष्द्गशद्गद्यद्गष्ह्लद्बशठ्ठ.द्वश्च.द्दश1.द्बठ्ठ पर जाकर अपने पुराने बूथ की सूची और नाम खोज सकते हैं। इस पोर्टल पर ‘निर्वाचक सूची’ पर क्लिक करते ही जिला और विधानसभा दर्ज करने के बाद 2003 के बूथों की लिस्ट सामने आ जाती है, जिसे डाउनलोड कर अपने नाम की खोज की जा सकती है वहीं विधानसभा के अनुसार विकल्प में 2003 के दौरान रहे जिला और विधानसभा क्षेत्र चुनने के बाद नाम और पिता के नाम से जानकारी प्राप्त की जा सकती है। इसके अलावा परिचय पत्र या अनुभाग विकल्प के जरिए ईपिक नंबर या नाम दर्ज कर भी 2003 की मतदाता सूची में अपना नाम ढूंढा जा सकता है।
विधानसभा पत्रक वितरण डिजिटलाइज प्रतिशत
बड़वारा 258384 167399 64.78
विजयराघवगढ़ 242083 159583 65.09
मुड़वारा 252488 128633 50.94
बहोरीबंद 249035 158766 63.75
कुल 1001990 614381 61.31
(नोट- रविवार शाम छह बजे तक के आकड़े)
मतदाताओं को हो रही परेशानी को दूर करने व उनकी मदद करने के उद्देश्य से विश्राम बाबा वार्ड क्रमांक 44 की पार्षद राजकुमारीजैन द्वारा मतदाता सहायता शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में वार्ड के विभिन्न बीएलओ, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, प्रतिष्ठित नागरिक उपस्थित थे। अनेक मतदाताओं ने शिकायत की कि उन्हें मतदाता सूची मे नाम जुड़वाने के फार्म प्राप्त नहीं हुए। कई ने यह शिकायत की कि उन्हें वर्ष 2003 की मतदाता सूची प्राप्त नहीं हो रही है। यहां पूरे दिन मतदाताओं की भारी भीड़ उमड़ी।
मतदाताओं की गणना प्रपत्र संबंधी शंकाओं व समस्याओं के निराकरण के लिए नगर निगम की हेल्पडेस्क सेवाएं रविवार के अवकाश दिवस पर भी पूर्ण सक्रियता के साथ संचालित रहीं। निगम कार्यालय एवं जोन कार्यालय में स्थापित हेल्पडेस्क पर तैनात कर्मियों ने प्रत्येक नागरिक का मार्गदर्शन कर उनके प्रपत्रों को शुद्ध, व्यवस्थित एवं त्रुटिरहित रूप से भरवाने में पूर्ण सहयोग प्रदान किया।
Published on:
24 Nov 2025 08:24 pm
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