
वोट चोरी (फोटो सोर्स- पत्रिका)
Chhattisgarh News: कवर्धा विधानसभा क्षेत्र में मतदाता सूची में फर्जी नाम जोड़ने के आरोप ने राजनीतिक सरगर्मी बढ़ा दी है। भाजपा नेताओं ने प्रेसवार्ता कर दावा किया है कि पूर्व विधायक एवं पूर्व मंत्री मोहम्मद अकबर के करीबी दो व्यक्तियों ने गलत जानकारी देकर अपना नाम मतदाता सूची में जुड़वाया है। इस मामले में दो लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। वहीं सूची में 100 से अधिक लोगों के नाम हैं।
प्रेसवार्ता के दौरान जिला पंचायत उपाध्यक्ष कैलाश चंद्रवंशी ने बताया कि विधानसभा चुनाव के दौरान तत्कालीन कांग्रेस सरकार के मंत्री रहे मोहम्मद अकबर पर पहले भी फर्जी मतदाता जोड़ने के आरोप लगाए गए थे। उन्होंने कहा पूर्व विधायक अपने कार्यकर्ताओं पर भरोसा नहीं करते थे, इसलिए उन्होंने जनमत को प्रभावित करने के लिए बाहरी लोगों के नाम अलग-अलग बूथों पर मतदाता सूची में शामिल करवाए।
चंद्रवंशी ने कहा कि भाजयुमो कार्यकर्ता रवि राजपूत की मेहनत से ऐसे कई फर्जी नामों का पता चला है जिनमें से दो के खिलाफ फि लहाल एफआईआर दर्ज कराई गई है। उन्होंने कहा कि अन्य संदिग्ध नामों की जांच की जा रही है और पुष्टि के बाद उनके विरुद्ध भी रिपोर्ट दर्ज कराई जाएगी। प्रेसवार्ता में भाजपा जिला महामंत्री संतोष पटेल, भाजयुमो प्रदेश कार्य समिति सदस्य रवि राजपूत, खिलेश्वर साहू मौजूद रहे।
भाजयुमो कार्यकर्ता रवि राजपूत की शिकायत पर फर्जी मतदाता बनने के दोनों के खिलाफ 27 अक्टूबर 2025 को एफ आईआर दर्ज की गई है। मामले में भारतीय दंड संहिता की धारा 199, 200, 419, 468 और 34 के तहत अपराध पंजीबद्ध हुआ है। कैलाश चंद्रवंशी ने बताया कि उनके पास ऐसे सैकड़ों संदिग्ध नामों की सूची है, जिनकी जांच की जा रही है। उन्होंने प्रशासन और जिला निर्वाचन अधिकारी से मांग की है कि फर्जी मतदाताओं की सघन जांच कर दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाए।
रायपुर निवासी तैय्यब खान का है जो रायपुर उत्तर विधानसभा क्रमांक 50 के बूथ क्रमांक 136 में इपिक नंबर डीआईसी1629021 के मतदाता थे। उन्होंने कवर्धा विधानसभा क्षेत्र के बूथ क्रमांक 363 पर इपिक नंबर डब्ल्यूआईक्यू 3094612 से अपना नाम दोबारा जुड़वाया। उन्होंने यह फॅर्म बचेडी निवासी कलीम खान जो पूर्व विधायक अकबर के करीबी के पते पर भरा था। तैय्यब खान के आधार कार्ड में पता फूल चौक रायपुर दर्ज है और जन्म वर्ष 1980 है। जबकि कवर्धा के फॉर्म 6 में उन्होंने अपना जन्म वर्ष 2004 अंकित किया है। कैलाश चंद्रवंशी के अनुसार यह स्पष्ट कूट रचना और धोखाधड़ी का मामला है।
दूसरा मामला रमिज कुट्टी पिता गग्रिन कुट्टी से जुड़ा है जो रायपुर ग्रामीण विधानसभा क्रमांक 48 के बूथ क्रमांक 139 में इपिक नंबर डब्ल्यूवायके 1120724 के साथ पहले से मतदाता हैं। आरोप है कि रमिज कुट्टी ने भी पहली बार मतदाता बनने वाले फॉर्म 6 का उपयोग कर कवर्धा विधानसभा के बूथ क्रमांक 373 में इपिक नंबर डब्ल्यूआईक्यू 3104585 से अपना नाम जुड़वाया। कैलाश चंद्रवंशी ने कहा कि रमिज ने मतदाता सूची में जन्मस्थान कवर्धा बताया जबकि उनके पासपोर्ट में जन्मस्थान त्रिशूर केरल दर्ज है। उन्होंने कहा इन दोनों व्यक्तियों ने गलत शपथ देकर निर्वाचन प्रक्रिया को प्रभावित करने की कोशिश की, जो गंभीर आपराधिक श्रेणी में आता है।
जिला पंचायत उपाध्यक्ष चंद्रवंशी ने बताया कि जिले के कई गांवों में इस तरह का फर्जी वोटर के नाम है। इसमें प्रमुख बचेड़ी, खैरबना, सिवनी, रेंगाखार सहित कई गांव हैं। अभी तक 100 से अधिक लोगों की पहचान हो चुकी है। इसमें 90 प्रतिशत लोग रायपुर निवासी हैं। कई लोगों की दुकानें हैं, तो कहीं महिलाएं गृहणी हैं। रायपुर से बिना कटाए ही यह कवर्धा के वोटर बन चुके हैं।
Published on:
31 Oct 2025 10:09 am
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