Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

बिजली संविदा कर्मचारियों का सामूहिक हड़ताल, इन 4 सूत्रीय मांगों को लेकर कर रहे आंदोलन

contract workers strike: छत्तीसगढ़ बिजली वितरण कंपनी के 2,500 से अधिक संविदा कर्मचारी नियमितीकरण और चार सूत्रीय मांगों को लेकर हड़ताल पर।

2 min read
बिजली संविदा कर्मचारियों की काम बंद हड़ताल (Photo source- Patrika)

बिजली संविदा कर्मचारियों की काम बंद हड़ताल (Photo source- Patrika)

contract workers strike: बिजली कंपनी के संविदा कर्मचारियों ने बुधवार को सामूहिक काम बंद हड़ताल किया। प्रबंधन ने संविदा कर्मचारियों को कार्यवाही की चेतावनी दी थी। हालांकि बिजली कर्मचारियों पर इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ा। पूर्व घोषणा के तहत बुधवार को संविदा कर्मचारी हड़ताल पर चले गए। 2 अक्टूबर के अवकाश के दिन भी बिजली कर्मचारी काम का बहिष्कार करेंगे।

संविदा कर्मचारियों की हड़ताल का सबसे ज्यादा असर ग्रामीण एवम उप नगरीय क्षेत्रों में बिजली व्यवस्था पर पड़ा है। संविदा कर्मचारियों की हड़ताल से बिजली कंपनी प्रबंधन को बिजली व्यवस्था दुरुस्त रखने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। छत्तीसगढ़ बिजली वितरण कंपनी में कार्यरत ढाई हजार से अधिक संविदा बिजली कर्मचारी नियमितीकरण सहित अपनी चार सूत्रीय मंगों को लेकर चरणबद्ध आंदोलन कर रहे हैं। इसी कड़ी में बुधवार एक अक्टूबर को बिजली कर्मचारियों ने सामूहिक रूप से कम बंद हड़ताल किया।

बिजली कर्मचारी बुधवार सुबह से ही सांकेतिक काम बंद सामूहिक हड़ताल पर चले गए।। शहरी क्षेत्र में हड़ताल की वजह से बिजली व्यवस्था पर ज्यादा प्रभाव नहीं पड़ा। लेकिन जिले के ग्रामीण व जिले के उपनगरीय हिस्सों में हड़ताल की वजह से बिजली आपूर्ति व्यवस्था प्रभावित रही। छत्तीसगढ़ विद्युत संविदा कर्मचारी संगठन के प्रदेश अध्यक्ष हरि चरण साहू व प्रदेश महामंत्री कमलेश भारद्वाज ने प्रबंधन के रवैये से परेशान होकर वे आंदोलन के लिए मजबूर हुए हैं। 2 अक्टूबर को भी वे राष्ट्रीय अवकाश के दिन काम का बहिष्कार करेंगे।

प्रबंधन बिजली कर्मचारियों की मांगे पूरी नहीं कर रहा इसलिए हड़ताल की नौबत आ रही है और आम जनों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। संगठन ने दावा किया कि हड़ताल की वजह से सुचारू बिजली व्यवस्था पर खासा असर पड़ा है। इधर बिजली विभाग का कहना है कि कर्मचारियों की हड़ताल को देखते हुए पहले से ही वैकल्पिक व्यवस्था कर ली गई थी इसलिए बिजली व्यवस्था पर ज्यादा प्रभाव नहीं पड़ा है। बिजली कंपनी के संविदा कर्मचारियों के संघ ने चेतावनी दी है कि अगर प्रबंधन आगे भी अगर उनकी मांगों को गंभीरता से नहीं लेता है तो वह बड़े स्तर पर आंदोलन करेंगे।

शहर की अपेक्षा ग्रामीण एवं उप नगरीय क्षेत्रों में लाइन मेंटेनेंस का काम रहा प्रभावित

contract workers strike: संविदा कर्मचारियों की प्रमुख मांगों में पावर कंपनी में कार्यरत समस्त संविदा कर्मचारियों का नियमितीकरण के अलावा विद्युतीय व गैर विद्युतीय दुर्घटना समान्य मृत्यु पर 25 लाख मुआवजा के साथ त्वरित रूप से संविदा कर्मियों के परिजनों को अनुकम्पा नियुक्ति,एकमुश्त वेतन में मंहगाई भत्ता व मकान भत्ता देने और राष्ट्रीय अवकाश पर कार्य के बदले अतिरिक्त वेतन नियुक्ति तिथि से देने की मांग शामिल है।