
Electric Blanket Safety Tips (Image: Amazon)
Electric Blanket Safety Tips: भारत के ज्यादातर हिस्से में सर्दियों की शुरुआत हो चुकी है। धीरे-धीरे कुछ दिनों में भयंकर ठंड पढ़ने वाली है। ऐसे में लोग घरों में गर्माहट लाने के लिए तरह-तरह के जुगाड़ ढूंढ रहे हैं।
हीटर तो लोग सालों से इस्तेमाल करते आ रहे हैं लेकिन इस बार इलेक्ट्रिक ब्लैंकेट की डिमांड तेजी से बढ़ी है। यह ब्लैंकेट शरीर को कुछ ही मिनटों में गर्म कर देता है और रात में सोते समय ठंड से राहत भी देता है। लेकिन खरीदारी से पहले कुछ बातें जानना जरूरी है वरना फायदे के साथ-साथ खतरा भी बढ़ सकता है।
इलेक्ट्रिक ब्लैंकेट को लेकर सबसे बड़ी चिंता सुरक्षा की होती है। इसलिए खरीदने से पहले इसकी मैनुअल या गाइड जरूर पढ़ें। कोशिश करें कि वही ब्लैंकेट लें जिसमें तापमान बदलने का ऑप्शन हो और साथ में ऑटो शट-ऑफ फीचर भी मौजूद हो।
यह फीचर काफी काम का है। अगर ब्लैंकेट ओवरहीट होने लगे तो यह अपने आप बंद हो जाता है। इससे आग लगने या किसी भी गड़बड़ी का खतरा काफी कम हो जाता है। बिना इस फीचर वाली ब्लैंकेट लेना समझदारी नहीं होगी।
इलेक्ट्रिक ब्लैंकेट कोई साधारण कपड़ा नहीं होता। इसके अंदर वायरिंग लगी रहती है, इसलिए इसकी क्वालिटी चेक करना बेहद जरूरी है।
बाजार में ऐसे प्रोडक्ट चुनें जिन पर BIS सर्टिफिकेशन या ISI मार्क हो। इससे आपको भरोसा रहता है कि प्रोडक्ट सुरक्षा मानकों पर खरा उतरता है।
वायरिंग भी मजबूत, मोटी, टिकाऊ और आसानी से न टूटने वाली होनी चाहिए। रातभर यह ब्लैंकेट शरीर के बेहद पास होता है, इसलिए जर सी खराब वायरिंग भी परेशानी खड़ी कर सकती है।
सिर्फ सुरक्षा ही नहीं, आराम भी उतना ही जरूरी है। ब्लैंकेट का कपड़ा हल्का और स्किन पर आराम देने वाला होना चाहिए। ज्यादा भारी फैब्रिक या खुरदरा कपड़ा सोते समय असहज महसूस करा सकता है।
अधिकतर इलेक्ट्रिक ब्लैंकेट्स में केबल अलग की जा सकती है, जिससे धोना आसान हो जाता है। लेकिन याद रखें, धोते समय इसे मशीन के भारी मोड पर न चलाएं। हल्के हाथ से या डेलीकेट मोड पर ही साफ करें।
सबसे अहम बात, ब्लैंकेट को कभी मोड़कर न रखें। इससे अंदर की वायरिंग टूट सकती है और आगे चलकर खतरा बढ़ सकता है।
Published on:
16 Nov 2025 05:21 pm
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