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Viral Trend: Stress-Free Scrolling! क्या है Bloomscrolling, जिसे लोग बना रहे हैं अपनी सेल्फ-हीलिंग थेरैपी?

Viral Trend: सोशल मीडिया अब हमारे दिन का बड़ा हिस्सा बन चुका है कभी जानकारी, कभी मनोरंजन और कई बार बिना वजह वाली चिंता भी। इसी बीच सोशल मीडिया पर एक नया ट्रेंड वायरल हो रहा है Bloomscrolling, जिसे खासतौर पर Gen Z काफी पसंद कर रहे हैं। आप भी जानें कि आखिर क्या है यह नया ट्रेंड।

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Viral social media trends 2025|फोटो सोर्स –Freepik

Viral Trend: आज की सोशल मीडिया लाइफ में जहां डूमस्क्रोलिंग हमें चिंता और तनाव में डाल देती है, वहीं लोग अब एक नए ट्रेंड की ओर मुड़ रहे हैं Bloomscrolling। यह एक ऐसा स्क्रॉलिंग पैटर्न है जिसमें लोग जानबूझकर सिर्फ पॉजिटिव, खूबसूरत और हीलिंग कंटेंट देखते हैं ताकि दिमाग को शांति मिले और मूड बेहतर हो। कई यूजर्स का कहना है कि यह उनके लिए एक तरह की सेल्फ-हीलिंग थेरपी बन गई है, जो तनाव को कम करके मन में हल्कापन लाती है।

Doomscrolling का उल्टा है Bloomscrolling

जहां डूमस्क्रोलिंग दिमाग को थका और भारी कर देती है, वहीं Bloomscrolling आपको हल्का और पॉजिटिव महसूस कराती है। इसमें आप जानबूझकर ऐसा कंटेंट देखते हैं जो आपके मूड को बेहतर बनाए जैसे सुबह की सकारात्मक पुष्टि, शांत visuals, या ऐसे क्रिएटर्स जो दयालुता और प्रेरणा बांटते हैं। इसका मूल उद्देश्य यही है कि इंटरनेट सिर्फ स्ट्रेस का नहीं, बल्कि उम्मीद, शांति और जुड़ाव का भी एक खूबसूरत जरिया बन सकता है।

Gen Z और Millennials में क्यों बढ़ रही है इसकी लोकप्रियता?

नई पीढ़ियां अपने मानसिक स्वास्थ्य के प्रति पहले से ज्यादा सजग हो गई हैं। उन्हें यह एहसास होने लगा है कि किसी दिन का मूड अक्सर उसी पर निर्भर करता है कि हम सुबह उठते ही क्या देखते हैं।Bloomscrolling इसीलिए तेजी से चलन में आया क्योंकि यह एक छोटा-सा डिजिटल डिटॉक्स भी है और self-care की एक साधारण प्रैक्टिस भी।यह किसी बड़े बदलाव की मांग नहीं करता, बस आपकी स्क्रोलिंग की दिशा बदल देता है।

कैसे काम करती है Bloomscrolling?


Bloomscrolling से आप मानसिक रूप से हल्का महसूस करते हैं, अपनी भावनाओं को बेहतर समझ पाते हैं और खुद से जुड़ाव फिर से मजबूत होता है। यह छोटी-सी आदत आपके रोज के मूड में बड़ी पॉजिटिविटी ला सकती है।

कैसे अपनाएं यह आदत?

सबसे पहले अपने फीड को ईमानदारी से देखें।कुछ भी ऐसा जो आपको असहज या Anxious करे, उसे अनफॉलो या म्यूट कर दें।स्क्रीन टाइम पर हल्का-सा नियंत्रण और स्क्रोलिंग के प्रति जागरूकता इस प्रक्रिया को और आसान बना देती है।
इसके बदले ऐसे पेज जोड़ें जो रचनात्मकता, दयालुता और शांति को बढ़ावा देते हों।