
डॉ शाहीन पर शिकंजा कसता गया; ATS ने पिता और भाई से की लंबी पूछताछ (फोटो सोर्स : Police Department
Dr Shaheen Shahid: राजधानी लखनऊ से लेकर फरीदाबाद तक फैली एक बड़ी कार्रवाई में उत्तर प्रदेश एटीएस और जम्मू कश्मीर पुलिस की संयुक्त टीम ने मंगलवार को डॉ शाहीन शाहिद को लेकर कई महत्वपूर्ण सूत्रों पर काम किया। फरीदाबाद में विस्फोटक और हथियारों के साथ गिरफ्तार किए गए डॉ. मुजम्मिल के खुलासे के बाद शाहीन का नाम सामने आने पर दोनों राज्यों की एजेंसियां हरकत में आ गईं। लखनऊ में स्थित उसके घर समेत भाई और पिता के निवास पर भी छापेमारी हुई। टीमों ने परिवार के सदस्यों से कई दौर की पूछताछ की और विभिन्न डिजिटल व दस्तावेजी सामग्री को कब्जे में लिया।
सूत्रों के अनुसार, मंगलवार सुबह एटीएस और जे.के. पुलिस की संयुक्त टीम सबसे पहले आईआईएम रोड स्थित तकवा कॉलोनी पहुंची, जहां डॉ. शाहीन के भाई डॉ. परवेज अहमद अंसारी रहते हैं। घर बंद मिला तो टीम ने औपचारिक प्रक्रिया पूरी करते हुए ताला तोड़कर अंदर प्रवेश किया। घर की बारीकी से तलाशी ली गई और एक लैपटॉप बरामद हुआ, जिसे टीम अपने साथ ले गई। बताया गया है कि परवेज हाल ही में इंटीग्रल यूनिवर्सिटी में सीनियर रेजिडेंट के रूप में कार्यरत था और करीब एक सप्ताह पहले उसने अचानक इस्तीफा दे दिया था।
इसके बाद टीम खंदारी बाजार स्थित तीन मंजिला मकान पहुंची, जहां शाहीन के पिता सईद अहमद अंसारी रहते हैं। यहां भी करीब एक घंटे तक सर्च ऑपरेशन चला। टीम ने पिता और भाई दोनों के मोबाइल, हार्ड डिस्क और कई दस्तावेज कब्जे में लिए। पूछताछ के दौरान सईद अंसारी ने दावा किया कि शाहीन पिछले डेढ़ वर्ष से परिवार से किसी संपर्क में नहीं थी। उन्होंने कहा कि उन्हें यह भी पता नहीं था कि शाहीन फरीदाबाद में रह रही है।
डॉ शाहीन शाहिद मूल रूप से उत्तर प्रदेश में पढ़ी-लिखी हैं और लंबे समय तक प्रदेश के मेडिकल संस्थानों से जुड़ी रहीं। वह प्रयागराज में मेडिकल की पढ़ाई कर चुकी हैं और बाद में यूपी लोक सेवा आयोग से चयनित होकर कानपुर के जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में प्रवक्ता नियुक्त हुईं। कॉलेज के रिकॉर्ड के अनुसार, वर्ष 2013 से वह बिना किसी सूचना के अनुपस्थित रहने लगीं, जिसके चलते 2021 में मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने उन्हें सेवा से बर्खास्त कर दिया था।
इसके पहले वर्ष 2009-10 में उनका तबादला कन्नौज के राजकीय मेडिकल कॉलेज में हुआ था। विभागीय अधिकारियों ने बताया कि शाहीन का करियर शुरू से ही अस्थिर रहा और वह कई बार अचानक गायब हो जाती थीं। हाल ही में फिरोजाबाद में हुई एक कार्रवाई के दौरान शाहीन के संबंध में संदिग्ध जानकारी मिली थी, जिसकी पुष्टि के लिए मेडिकल कॉलेज का रिकॉर्ड दोबारा चेक कराया गया।
पिछले दिनों फरीदाबाद में डॉ. मुजम्मिल की गिरफ्तारी के बाद जो कार बरामद हुई थी, उसमें विस्फोटक सामग्री और हथियार मिले थे, जिनमें एक AK-47 भी शामिल थी। पूछताछ में मुजम्मिल ने बताया कि शाहीन उसकी परिचित है और कुछ समय पहले वह उसके संपर्क में आई थी। इसी जानकारी के आधार पर शाहीन को हिरासत में लिया गया और जांच आगे बढ़ाई गई। छानबीन में सामने आया कि शाहीन के भाई परवेज ने सहारनपुर से शाहीन के नाम पर एक कार खरीदी थी। इसी वाहन का इस्तेमाल होने की आशंका जताई जा रही है। इसके अलावा परवेज की नौकरी, उसके इस्तीफे और शाहीन से संपर्क को भी खंगाला जा रहा है।
पूछताछ में शाहीन के पिता सईद ने बार-बार यही कहा कि उन्हें अपनी बेटी की गतिविधियों के बारे में कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने यह भी बताया कि शाहीन का अपने परिवार से कई वर्षों से नियमित संपर्क नहीं था। उन्होंने कहा कि उन्हें पुलिस से ही पता चला कि उनकी बेटी हिरासत में है। परिजनों के अनुसार, शाहीन का वैवाहिक जीवन भी अस्थिर रहा। महाराष्ट्र निवासी जफर हयात से उसकी शादी हुई थी, लेकिन वर्ष 2015 में दोनों अलग हो गए। उधर, एटीएस के सूत्रों का कहना है कि परवेज के अचानक इस्तीफे की टाइमिंग और घर से अचानक गायब होने ने जांच को और संदिग्ध बना दिया है। माना जा रहा है कि उसे अपने साथियों की गिरफ्तारी की भनक लग गई थी और वह घर छोड़कर निकल गया।
इंटीग्रल यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार प्रो. मोहम्मद हासिर सिद्दीकी ने पुष्टि की कि परवेज ने एक सप्ताह पहले ही इस्तीफा दिया था जिस पर तुरंत स्वीकृति दे दी गई थी। उन्होंने बताया कि परवेज का कामकाज सामान्य था और कभी कोई शिकायत नहीं आई, लेकिन उसके इस्तीफे और बाद की गिरफ्तारियों ने प्रशासन को भी हैरत में डाल दिया है। एजेंसियां अब यह जांच रही हैं कि परवेज ने किन लोगों के संपर्क में रहते हुए नौकरी छोड़ी और क्या इस दौरान शाहीन से उसका संपर्क था। जांच अधिकारी उन ईमेल, कॉल रिकॉर्ड और डिजिटल डेटा की भी जांच कर रहे हैं जो मंगलवार को जब्त किए गए।
Published on:
12 Nov 2025 06:00 am
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