
दिल्ली धमाकों की जांच में एनआईए की बड़ी कार्रवाई (फोटो सोर्स : Police Whatsapp News Group )
NIA Delhi Case: दिल्ली में हाल ही में हुए धमाकों की जांच में जुटी राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने सोमवार को देशभर में बड़ी कार्रवाई करते हुए आठ स्थानों पर एक साथ छापेमारी की। इस कार्रवाई का दायरा जम्मू-कश्मीर से लेकर उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ तक फैला रहा। जांच एजेंसी द्वारा की गई इस संयुक्त कार्रवाई ने सुरक्षा एजेंसियों की सक्रियता और मामले की गंभीरता को एक बार फिर स्पष्ट कर दिया है।
लखनऊ में यह छापेमारी खंदारी बाजार स्थित डॉ. शाहीन शाहिद के पिता के आवास पर की गई। एनआईए टीम सुबह के समय अचानक मौके पर पहुँची, जिसके बाद पूरे इलाके में हलचल तेज हो गई। स्थानीय पुलिस एवं खुफिया विभाग के अधिकारी भी मौके पर मौजूद रहे। छापेमारी के दौरान एनआईए ने घर की तलाशी ली, परिवार के सदस्यों से पूछताछ की तथा संभावित इलेक्ट्रॉनिक एवं दस्तावेजी साक्ष्य जुटाए।
दिल्ली धमाकों को लेकर एनआईए अब तक कई सुरागों पर काम कर रही है। एजेंसी को आशंका है कि इस घटना के पीछे देशव्यापी नेटवर्क काम कर रहा हो सकता है। इसी नेटवर्क और उससे जुड़े संभावित संपर्कों की खोज में एजेंसी ने आठ स्थानों पर छापेमारी की है। जिन इलाकों में सोमवार को छापेमारी हुई उनमें कश्मीर के कुछ क्षेत्रों, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, और अन्य उत्तरी राज्यों** के स्थान शामिल हैं। इन छापों का मुख्य उद्देश्य संदिग्ध व्यक्तियों, उनके परिचितों और संभावित सहयोगियों से जुड़े दस्तावेज़ व डिजिटल डाटा इकट्ठा करना बताया जा रहा है।
लखनऊ में एनआईए की टीम सोमवार सुबह खंदारी बाजार स्थित एक मकान पर पहुँची। यह मकान डॉ. शाहीन शाहिद के पिता का बताया जाता है। छापेमारी के दौरान घर के अंदर मौजूद लोगों से एनआईए अधिकारियों ने कई घंटे पूछताछ की। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार एनआईए टीम कई वाहनों में पहुंची। घर के आसपास पुलिस बल तैनात किया गया जिससे कोई भी अवांछित गतिविधि न हो सके। अधिकारियों ने इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों, मोबाइल फोन, लैपटॉप और कुछ दस्तावेजों की जांच की। छापेमारी को लेकर स्थानीय लोगों में जिज्ञासा बढ़ी रही और लोग घरों की खिड़कियों एवं छतों से स्थिति को देखते रहे।
दिल्ली धमाकों की जांच के दौरान एनआईए ने इससे पहले भी लखनऊ में डॉ. शाहीन शाहिद के परिजनों से पूछताछ की थी। बताया गया था कि कुछ घटनाओं को लेकर उनकी जानकारी महत्वपूर्ण मानी जा रही थी। हालांकि परिवार की ओर से पहले ही स्पष्ट किया गया था कि उनका किसी भी तरह की आपराधिक या संदिग्ध गतिविधि से कोई संबंध नहीं है। लेकिन मामले की संवेदनशीलता देखते हुए एनआईए किसी भी संभावना को छोड़ नहीं रही है और हर सुराग की गहनता से जांच कर रही है।
विशेषज्ञों का कहना है कि दिल्ली धमाकों जैसे मामलों में लॉजिस्टिक सपोर्ट, फंडिंग, कम्युनिकेशन चैनल,और गुप्त ठिकानों को जोड़ना जांच एजेंसियों की प्राथमिकता होती है। किसी भी आतंकी या संदिग्ध गतिविधि में शामिल नेटवर्क प्रायः कई राज्यों में फैला होता है। यही कारण है कि एक सुराग मिलने के बाद छापेमारी का दायरा बढ़ाया जाता है। एनआईए की इस कार्रवाई को इसी दिशा में उठाए गए एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में देखा जा रहा है।
एनआईए के अनुसार दिल्ली धमाकों की जांच में अब कई अहम बिंदु सामने आ रहे हैं। एजेंसी के पास मिले कुछ तकनीकी प्रमाणों ने उन संपर्कों की ओर इशारा किया है जो राजधानी के बाहर स्थित हो सकते हैं।
खंदारी बाजार जैसे घनी आबादी वाले क्षेत्र में एनआईए की अचानक कार्रवाई से हलचल बढ़ गई। कई लोग सड़क पर जमा होने लगे, लेकिन पुलिस ने तत्काल भीड़ को नियंत्रित किया और किसी भी प्रकार की अफवाह फैलने से रोकने के निर्देश दिए। स्थानीय नागरिकों ने बताया कि पहले उन्हें समझ में नहीं आया कि अचानक इतनी सुरक्षा व्यवस्था क्यों दिखाई दे रही है। बाद में जानकारी मिली कि यह कार्रवाई एनआईए द्वारा की जा रही है।
इस छापेमारी को लेकर शाम तक एनआईए की ओर से कोई औपचारिक बयान जारी नहीं किया गया था। हालांकि एजेंसी के सूत्रों ने बताया कि यह कार्रवाई दिल्ली धमाकों की जांच से जुड़े तकनीकी सुरागों के आधार पर की गई है और कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज व डिजिटल सामग्री एकत्र की गई है। उम्मीद है कि जांच पूरी होने के बाद एनआईए इस कार्रवाई से जुड़े तथ्यों को सामने ला सकती है।
Published on:
01 Dec 2025 01:40 pm
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