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UP में SIR से परेशान BLO, 4 की मौत, काम के प्रेशर में रो रही शिक्षिका…एक शिक्षामित्र ने दिया इस्तीफा

UP BLO Deaths Due to SIR Work Pressure : पूरे प्रदेश में विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) का काम चल रहा है। इस काम में लगे बीएलओ काफी परेशान हैं। यूपी में 4 बीएलओ की मौत हो चुकी है।

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लखनऊ(UP BLO Deaths Due to SIR Work Pressure) : पूरे प्रदेश में विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) का काम चल रहा है। इस काम में लगे बीएलओ काफी परेशान हैं। यूपी में 4 बीएलओ की मौत हो चुकी है। इनमें से दो ने काम के दबाव और छुट्टी न मिलने की वजह से सुसाइड(जैसा कि परिवार वालों ने बताया) कर लिया। वहीं, एक बीएलओ का हार्ट अटैक से मौत हो गई। इसके अलावा एक बीएलओ की ब्रेन हेमरेज से मौत हुई।

फतेहपुर में लेखपाल(BLO सुपरवाइजर) ने फांसी लगाकर जान दी

फतेहपुर जिले की बिंदकी तहसील के सुल्तानगढ़ में तैनात लेखपाल सुधीर कुमार ने एसआइआर के काम में छुट्टी न मिलने पर पंखे के हुक में रस्सी का फंदा डालकर आत्महत्या कर ली। लेखपाल की 26 नवंबर को शादी थी। कोतवाली बिंदकी के बागबादशाही खजुहा के रहने वाले लेखपाल सुधीर कुमार तहसील के सुल्तानगढ़ गांव में लेखपाल व एसआइआर के सुपरवाइजर थे। लेखपाल की बुधवार को शादी थी, इस कारण दो दिन के अवकाश थे। मंगलवार को सुबह 6:30 बजे लेखपाल घर कानूनगो शिवराम आए और गणना प्रपत्र फीड करने को कहा। कानूनगो के जाते ही लेखपाल घर में कमरे में गया और कुंडी बंद कर पंखे की हुक से फंदे पर लटक गया।

गोंडा में शिक्षक(BLO) ने जहर खाकर दी जान

उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले में मतदाता सूची पुनरीक्षण (SIR) कार्य में तैनात एक सहायक अध्यापक (BLO) विपिन यादव की जहर खाने से मौत हो गई। यह मामला तब गंभीर हो गया जब मरने से पहले विपिन ने प्रशासनिक अधिकारियों पर प्रताड़ना के आरोप लगाए। विपिन यादव का एक वीडियो सामने आया, जिसे अस्पताल में उनकी पत्नी सीमा यादव ने रिकॉर्ड किया था। इस वीडियो में विपिन ने अपनी मौत का जिम्मेदार तरबगंज के एसडीएम विश्वामित्र सिंह, नवाबगंज के बीडीओ रवि गुप्ता और लेखपाल को बताया। उन्होंने आरोप लगाया कि ये अधिकारी काम को लेकर उन पर लगातार अनुचित दबाव बना रहे थे और अभद्र व्यवहार कर रहे थे। पत्नी सीमा यादव ने भी पुष्टि की कि उनके पति पिछले काफी समय से अधिकारियों के दबाव के कारण मानसिक तनाव में थे, जिसके चलते उन्होंने यह कदम उठाया। मूल रूप से जौनपुर के रहने वाले विपिन गोंडा के जैतपुर माझा में सहायक अध्यापक थे और पत्नी के साथ वहीं रहते थे।

बरेली में SIR का सर्वेक्षण कर रहे BLO की मौत

बरेली जिले में एक बीएलओ की हार्ट अटैक से मौत हो गई। एसआईआर (SIR) के अधिक दबाव की वजह से स्कूल में बुधवार सुबह करीब साढ़े 10 बजे वह अचानक गिर पड़े। लोग उन्हें अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। जानकारी मिलते ही प्रशासन में हड़कंप मच गया। मौके पर डीएम अविनाश सिंह और एडीएम सदर प्रमोद कुमार समेत कई अधिकारी पहुंचे।

BLO के बड़े भाई योगेश गंगवार भी शिक्षक हैं और उन्हें सुपर वाइजर बनाया गया है। उन्होंने बताया कि इन दिनों SIR का बहुत ज्यादा दबाव है। अधिकारी लगातार दबाव दे रहे हैं। रात करीब 12 बजे तक काम करना पड़ रहा है। उसके बावजूद अधिकारी फटकार लगाते हैं। उनका आरोप है कि काम का ज्यादा बोझ होने की वजह से मेरे भाई की जान चली गई।

देवरिया में बीएलओ की मौत

देवरिया में मनियापूरा टोला निवासी शिक्षामित्र रंजू देवी (40) का बीएलओ ड्यूटी के दौरान निधन हो गया। मंगलवार रात वह एकौना थाना क्षेत्र के माझा नारायण गांव में रंजू वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में शामिल हुई थीं। परिजनों ने बताया कि बैठक में उन्हें लगभग 50 एसआईआर फॉर्म जल्द भरकर जमा करने का निर्देश मिला था। इसके बाद वे मानसिक रूप से दबाव में दिख रही थीं। बैठक खत्म होने के कुछ घंटे बाद उन्हें बेचैनी महसूस हुई। रात लगभग 11 बजे अचानक सीने में तेज दर्द उठा और वे बेहोश होकर गिर पड़ीं। इलाज के लिए ले जाते समय उनका निधन हो गया।

नोएडा में शिक्षामित्र ने दिया इस्तीफा

नोएडा में एक महिला शिक्षामित्र ने भी इस्तीफा दे दिया है। इस्तीफे में लिखा- 20 सालों से मैं पढ़ा रही हूं, लेकिन पिछले कुछ समय से परिस्थितियां बेहद कठिन हो गई हैं। मुझे चुनाव अभियान के SIR कार्य में बीएलओ बनाया गया है, जिससे मैं मानसिक रूप से परेशान हूं। अधिकारी शिक्षकों पर दबाव बनाकर जबरन काम करवाने को मजबूर कर रहे हैं।

बच्चे को साथ लिए रो रही शिक्षामित्र, बोलीं - बहुत प्रेशर है…

शिक्षामित्र शिप्रा मौर्या का है। उन्हें बूथ लेवल ऑफिसर (BLO) बनाया गया है। SIR को लेकर संग्राम छिड़ा है। शिक्षामित्र शिप्रा मौर्या का कहना है काम का दबाव बहुत है। फील्ड में लोग समझने को तैयार नहीं हैं, बुरा बर्ताव करते हैं। हमें स्कूटी चलाना भी नहीं आता है। लोग कभी भी फोन कर दे रहे हैं। रात के 3-3 बजे तक फोन आते हैं। इतना कहते-कहते वह रोने लगती हैं। उनका 3 साल का बेटा उन्हें चुप कराता है।