
उत्तर प्रदेश में किराया अनुबंधों पर रजिस्ट्रेशन शुल्क में 90% तक कमी लागू, आज से नए दरें प्रभावी (फोटो सोर्स : LDA Whatsapp News Group )
UP Cuts Rent Agreement Charges: उत्तर प्रदेश में किराया अनुबंधों (Rent Agreements) पर लगने वाली स्टाम्प ड्यूटी और रजिस्ट्रेशन शुल्क में बड़ी राहत देते हुए राज्य सरकार द्वारा प्रस्तावित 90% तक की कमी गुरुवार से पूरे प्रदेश में लागू हो गई। हाल ही में कैबिनेट द्वारा पारित इस फैसले को बुधवार को आधिकारिक रूप से अधिसूचित कर दिया गया, जिसके बाद नए दरों के आधार पर रेंट एग्रीमेंट्स का पंजीकरण शुरू होगा।
सरकार के इस महत्वपूर्ण निर्णय को आम जनता, किरायेदारों, मकान मालिकों और स्टार्टअप/कॉरपोरेट सेक्टर की बड़ी राहत माना जा रहा है। उत्तर प्रदेश में पिछले कुछ वर्षों से रेंट एग्रीमेंटों की संख्या तेज़ी से बढ़ी है, लेकिन अधिक शुल्क के कारण अक्सर लोग रजिस्टर्ड किरायानामा बनवाने से बचते थे। अब शुल्क में भारी कटौती के बाद न केवल पारदर्शिता बढ़ेगी बल्कि लोग अधिक संख्या में पंजीकरण कराएंगे।
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, उत्तर प्रदेश में हर साल औसतन 36,000 रेंट एग्रीमेंट पंजीकृत किए जाते थे। पहले इन पर निम्न शुल्क लागू होते थे-
इस तरह कुल शुल्क किराये के मूल्य का लगभग 5% तक पहुँच जाता था। उदाहरण के लिए यदि वार्षिक किराया दो लाख रुपये होता, तो शुल्क कई हजार रुपये तक पहुंचता था। सरकार के नए फैसले के बाद इन शुल्कों में 90% तक की कटौती की गई है, जिससे किरायेदारों और मालिकों पर वित्तीय बोझ काफी हद तक कम हो जाएगा।
नई व्यवस्था के अनुसार, अगर वार्षिक किराया 2 लाख रुपये तक है, तो अब 500 से 2000 रुपये तक ही स्टाम्प शुल्क देना होगा,अवधि (tenure) के आधार पर समान राशि रजिस्ट्रेशन फीस के रूप में लगेगी। इस तरह रेंट एग्रीमेंट पंजीकरण अब कुछ सौ से कुछ हजार रुपये में निपट जाएगा। अधिकारियों का कहना है कि इससे राज्य में अधिक से अधिक लोग कानूनी रूप से किराया अनुबंध पंजीकृत कराएंगे, जिससे विवाद कम होंगे और एक पारदर्शी व्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा।
लखनऊ विकास प्राधिकरण (LDA) ने अपनी बहुचर्चित अटल नगर आवास योजना -देवपुर पारा की पंजीकरण तिथि बढ़ाकर जनता को अतिरिक्त राहत प्रदान की है। पहले यह अंतिम तिथि नवंबर में निर्धारित थी, लेकिन अब इसे 2 दिसंबर 2025 तक बढ़ा दिया गया है। एलडीए उपाध्यक्ष प्रथमेेश कुमार ने बताया कि यह फैसला जनता की सुविधा और बढ़ती मांग को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। बड़ी संख्या में लोग पंजीकरण कराना चाहते थे, इसलिए समय सीमा में बढ़ोतरी की गई।
अटल नगर योजना शहर की महत्वपूर्ण और बड़े स्तर पर विकसित होने वाली आवासीय परियोजनाओं में से एक है। इसमें--
यह मूल्य श्रेणी मध्यम वर्ग और निम्न आय वर्ग के लिए अत्यंत आकर्षक है, विशेषकर उन लोगों के लिए जो लखनऊ में पहली बार अपना घर खरीदना चाहते हैं।
एलडीए की ओर से बताया गया है कि इस योजना में आधुनिक सुविधाओं का विशेष ध्यान रखा गया है, जिनमें शामिल हैं—
Published on:
20 Nov 2025 12:30 pm
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