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‘विनाश गाथा’: बेटे के नाम पर ही शुरू किया था बीड़ी का कारोबार; आखिर क्यों पिता की हत्या के बाद खुद को मारी गोली

Crime News: जाने-माने बीड़ी के कारोबारी के उनके ही बेटे ने गोली मारकर हत्या कर दी। इसके बाद बेटे ने खुद को भी गोली मार दी। जानिए, घटना को क्यों अंजाम दिया गया?

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crime scene

प्रतीकात्मक तस्वीर, सोर्स पत्रिका

Crime News: वृंदावन में एक जाने-माने लोकल बीड़ी बनाने वाले को उसके बेटे ने गोली मार दी। इसके बाद उनके बेटे ने खुद को भी शूट कर लिया। बिजनेस के मामलों पर बहस के बाद ये कदम उठाया गया।

मथुरा में बीड़ी कारोबारी की हत्या

पुलिस की माने तो 67 साल के सुरेश चंद अग्रवाल को 'दिनेश बीड़ी वाले' के नाम से जाना जाता था। उनके बड़े बेटे 46 साल के नरेश चंद अग्रवाल देवी मंदिर के पास गौरा नगर कॉलोनी में 4 दशक पुराना बीड़ी बनाने का बिजनेस चला रहे थे।

नशे में बेटे ने किया पिता से झगड़ा

पुलिस ने बताया कि शुक्रवार देर रात नरेश नशे की हालत में घर लौटा और अपने पिता से झगड़ा करने लगा। गुस्से में आकर उसने कथित तौर पर अपनी लाइसेंसी पिस्तौल निकाली और सुरेश को गोली मार दी, जिससे वह घायल हो गए। फिर उसने वही पिस्तौल खुद पर तान ली और अपने सिर में गोली मार ली। बताया जा रहा है कि सुरेश अग्रवार ने अपने बेटे दिनेश के नाम से ही व्यापार शुरू किया था।

बिजनेस को लेकर चल रहा था विवाद

दोनों को अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। DSP (सदर) संदीप सिंह ने कहा, "शुरुआती जांच से पता चलता है कि दोनों के बीच लंबे समय से बिजनेस को लेकर विवाद चल रहा था। उनके शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। अभी तक कोई औपचारिक शिकायत नहीं मिली है।"

बता दें कि सुरेश चंद अपने 3 बेटों के साथ पारिवारिक बिजनेस चलाते थे। उनकी फैक्ट्री जो उनके घर के सामने थी। उसमें बंगाल के कारीगर और मजदूर काम करते थे, और कच्चा माल भी वहीं से आता था। सूत्रों की माने तो बिजनेस के शेयरों को लेकर परिवार में कुछ समय से अनबन चल रही थी। परिवार के सदस्यों ने बताया कि पिछले कुछ महीनों में तनाव और बढ़ गया था। नरेश के बेटे की शादी करीब दो साल पहले हुई थी, और कथित तौर पर घरेलू तनाव की वजह से चल रहे बिजनेस विवाद में और बढ़ोतरी हुई।