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नागौर में किन्नरों का महाकुंभ: 6 साल बाद बड़ी संख्या में फिर जुटेंगे देशभर के किन्नर, जानें क्या-क्या रहेगा खास?

पत्रिका को बताया कि महासम्मेलन की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। सम्मेलन में शामिल होने के लिए 24 अक्टूबर से देशभर के किन्नरों का आना शुरू हो जाएगा।

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महासम्मेलन के बारे में जानकारी देती किन्नर समाज की पदाधिकारी (फोटो: पत्रिका)

किन्नर समाज का 10 दिवसीय अखिल भारतीय किन्नर महासम्मेलन 25 अक्टूबर से नागौर में शुरू होगा। किन्नर समाज की नागौर गद्दी की गुरु रही आशा बाई की याद में आयोजित इस महासम्मेलन में देश के विभिन्न राज्यों से करीब ढाई से तीन हजार किन्नर शिरकत करेंगे।

महासम्मेलन में सांस्कृतिक कार्यक्रम, भजन संध्या के साथ दो दिन जुलूस भी निकाले जाएंगे।नागौर गादीपति रागनी बाई व अजमेर किन्नर समाज की गादीपति सलोनी बाई ने गुरुवार को पत्रिका को बताया कि महासम्मेलन की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। सम्मेलन में शामिल होने के लिए 24 अक्टूबर से देशभर के किन्नरों का आना शुरू हो जाएगा। नागौर में छह वर्ष बाद फिर से यह मौका आया है, जब बड़ी संख्या में किन्नर समाज यहां जुटेगा।

इसे लेकर किन्नर समाज में काफी उत्साह का माहौल है। उन्होंने बताया कि महासम्मेलन में किन्नर समाज की उन्नति, समाज की छवि, शिक्षा, सामाजिक और कानूनी अधिकार समेत विभिन्न विषयों को लेकर चर्चा होगी। सम्मेलन का उद्देश्य किन्नर समाज के लोगों को एकत्र कर समाज के नियम-कायदों पर चर्चा करना है। साथ ही, समाज को बदनाम करने वाले लोगों का विरोध करने और अच्छे लोगों को आगे बढ़ाने के लिए चर्चा की जाएगी।

गादीपति रागनी बाई करेंगी नेतृत्व

सम्मेलन नागौर की गादीपति रागनी बाई के नेतृत्व में होगा । उन्होंने बताया कि सबके सहयोग से कार्यक्रम होगा। सम्मेलन में नसीराबाद की सरोज नायक, गंगरार की रेखा माजी नायक, जोधपुर की हसीना नायक, सोजत की आशा नायक, मंजू नायक, राजकुमारी नायक के साथ रेखा, खुशबू, आरती, खुशी आदि मुख्य भूमिका में रहेंगी।

सम्मेलन के मुख्य आकर्षण

जुलूस: 29 अक्टूबर और 01 नवम्बर को जुलूस निकाले जाएंगे।

बंशीवाला मंदिर में पूजा: 01 नवम्बर को गंगा जल लेकर जुलूस के साथ बंशीवाला मंदिर जाएंगे, जहां सोने का 16 तोला का छत्र चढ़ाया जाएगा।

सांस्कृतिक कार्यक्रम: सम्मेलन में विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे।

भजन संध्या: महाससम्मेलन में भजन संध्या आयोजित की जाएगी।